अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का मार्स इनसाइट लैंडर यान सफलतापूर्वक मंगल की सतह पर उतारा गया। भारतीय समयानुसार सोमवार- मंगलवार की रात करीब 1:24 बजे इसे मंगल पर लैंड कराया गया। इनसाइट लैंडर यान को मंगल की रहस्यमयी दुनिया के बारे में जानकारी के लिए बनाया गया।
6 महीने की यात्रा के बाद इनसाइट ने मंगल की सतह पर लैंड किया। नासा की ओर से इसका लाइव प्रसारण भी किया गया। यह यान मंगल की रहस्यमयी दुनिया के बारे में जानने के लिए बनाया गया है। यह ग्रह की सतह पर उतरने के दौरान 19,800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 6 मिनट के भीतर शून्य की रफ्तार पर आ गया। इसके बाद यह पैराशूट से बाहर आया और लैंड किया। इनसाइट प्रोजेक्ट के प्रमुख वैज्ञानिक ब्रूस बैनर्ट का कहना है कि यह एक टाइम मशीन है, जो यह पता लगाएगी कि 4.5 अरब साल पहले मंगल, धरती और चंद्रमा जैसे पथरीले ग्रह कैसे बने।
इंसाइट मंगल ग्रह के बारे में ऐसी जानकारियां साझा कर सकता है, जो अरबों सालों से नहीं मिली हैं। अपने अभियान के दौरान यह यान मंगल पर एक साइज़्मोमीटर स्थापित करेगा जो इसके अंदर की हलचलें रिकॉर्ड करने का काम करेगा। यान यह पता लगाने का प्रयास करेगा कि मंगल के अंदर कोई भूकंप जैसी हलचल होती भी है या नहीं।
यह पहला यान है जो मंगल की खुदाई करके उसकी रहस्यमय जानकारियां जुटाने का प्रयास करेगा। यही नहीं एक जर्मन उपकरण भी मंगल की जमीन के पांच मीटर नीचे जाकर उसके तापमान के संबंध में जानकारी एकत्रित करेगा। इसके तीसरे प्रयोग में रेडियो ट्रांसमिशन का इस्तेमाल होगा जिससे यह बता चलेगा कि यह ग्रह अपनी धुरी पर डगमगाते हुए कैसे चक्कर लगाता है।