Follow Us:

न्यूजीलैंड सरकार ने युवाओं पर सिगरेट खरीदने पर लगाया आजीवन प्रतिबंध, इस वजह से बना ये कानून

डेस्क |

दुन‍िया में पहली बार क‍िसी सरकार ने ध्रूमपान के ख‍िलाफ इतना कठोर कदम उठाया है. न्यूजीलैंड सरकार ने युवाओं पर सिगरेट खरीदने पर आजीवन प्रतिबंध लगाकर तम्बाकू धूम्रपान को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक कानून पारित किया है. न्यूजीलैंड ने मंगलवार को तम्बाकू शोधकर्ताओं और स्वास्थ्य नीति अधिवक्ताओं की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए नई पीढ़ियों के लिए सिगरेट पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगाने के लिए एक अनूठी और व्यापक योजना की घोषणा की है. सरकार ने युवाओं पर सिगरेट खरीदने पर आजीवन प्रतिबंध लगाकर तम्बाकू धूम्रपान को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक कानून पारित किया. नए कानून के अनुसार 1 जनवरी, 2009 के बाद पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को न्यूजीलैंड में तंबाकू नहीं बेची जा सकती है.

लोगों को पहचान पत्र दिखाना होगा...

सिगरेट खरीदने की न्यूनतम आयु प्रभावी रूप से बढ़ जाएगी. लोगों को एक आईडी दिखाने की आवश्यकता होगी जो यह साबित करे कि वे अब से योग्य आयु के हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजीलैंड की 2025 तक देश को धूम्रपान मुक्त बनाने की योजना है. स्टैटिस्टिक्स न्यूज़ीलैंड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, न्यूजीलैंड के लगभग 8 फीसदी वयस्क 2022 में प्रतिदिन धूम्रपान करते हैं. यह दस साल पहले 16 फीसदी से गिर गया था. माओरी जनजात‍ि का धूम्रपान करने वालों की आबादी तुलनात्मक रूप से 20 फीसदी अधिक थी. यह प्रतिबंध सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर भारी टैक्‍स लगाने के कई सालों बाद आया है.

इस वजह से बना है कानून…

तंबाकू पर प्रतिबंध से अरबों डॉलर की बचत होगी और धूम्रपान से संबंधित बीमारियों जैसे कैंसर, दिल का दौरा, स्ट्रोक को रोका जा सकेगा. न्‍यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश, धूम्रपान को पूरी तरह से समाप्त करके जनरेशन में बदलाव और युवाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य का लक्ष्य बना रहा है. विधेयक को 76 में से 43 वोट के आधार पर कानून बनाकर पारित किया गया था. हालांकि, लिबरटेरियन एसीटी पार्टी द्वारा इसका विरोध किया गया था, जिसमें तर्क दिया गया था कि कई दुकानें व्यवसाय से बाहर हो जाएंगी क्योंकि वे अब सिगरेट बेचने में सक्षम नहीं होंगे. पार्टी के सांसदों ने यह भी जोर देकर कहा कि प्रतिबंध से बड़े पैमाने पर काला बाजारी और क्र‍िम‍िनल व्यवहार को बढ़ावा म‍िलेगा