शिमला: 8 सालों से एसएमसीयु (स्पेशल न्यू बोर्न केयर युनिट) में तैनात की गई एनएचएम ऑउट सोर्स स्टाफ नर्सों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्टाफ नर्स सरकार से पॉलिसी बनाने और वेतन में वृद्धि की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि इनकी 8 साल की सेवाओं से हिमाचल में शिशु मृत्यु दर मे सुधार आया है जबकी इनके वेतन में वृद्धि न के बराबर है और न ही इनके लिए कोई पॉलिसी बनी है।
स्टाफ नर्सों ने आज शिमला में पत्रकार वार्ता में बताया कि वर्ष 2015 में इन्हें हिमाचल प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में न्यु बोर्न केयर युनिट में ऑउट सोर्स के तहत नियुक्त किया गया था। जिसमे बेहतर संचालन से आज हिमाचल में शिशु मृत्य दर मे बेहद कमी आई है। उन्होंने बताया कि इनकी नियुक्ति से अभी तक इनके वेतन में नाममात्र लगभग 700 रू की वृद्धि हुई है। महंगाई के इस मुश्किल समय में इन नर्सों के लिए इस वेतन मे गुजारा कर पाना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने बताया कि इनका वार्षिक इंक्रीमेंट भी पिछले 5 वर्षों से लंबित है। इन नर्सों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें कम से कम सरकारी कॉन्ट्रैक्ट पर लगने वाली स्टाफ नर्सों के समान वेतन दिया जाना चाहिए और इनके 8 वर्षों के बेहतरीन सेवाओं को देखते हुए पॉलिसी बनाई जाए।