बुधवार को सीएम जयराम ठाकुर धर्मशाला पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान को लेकर सीएम ने कहा कि पहले दिन से ही लग रहा था जो कि गठबंधन हुआ था, वो विपरीत विचारधारा का हुआ था। कल होने वाले फ्लोर टेस्ट में लगता नहीं यह गठबंधन बचेगा। बहुमत नहीं है तो सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है, सरकार को अगले कल की बैठक से पहले ही छोड़ देना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि शिव सेना जीवन भर कांग्रेस के खिलाफ रही। जब तक बाला ठाकरे थे, उन्होंने सिद्धांत पर राजनीति की, कोई भी सरकारी दायित्व ग्रहण नहीं किया। उनके जाने के बाद बेटे उद्वव ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनना भी स्वीकार किया और बेटे को भी मंत्री बनाया। सत्ता के लोभ में जो एक गठबंधन विपरीत विचारधारा से किया था, वो लंबा नहीं चलना था। लोग भी इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। कल होने वाले फ्लोर टेस्ट लगता है कि यह गठबंधन बचेगा नहीं।
वहीं, राजस्थान के उदयपुर की घटना को सीएम ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ अरसे से ऐसे लोगों की हिम्मत और हौंसला बढ़ता जा रहा है, किसी भी घटना को खुलेआम अंजाम दिया जाता है यह क्रम अच्छा नहीं है, इसे रोकने की जरूरत है। रजस्थान के सीएम को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस षडयंत्र में कितने लोग शामिल हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए।