भारत में पहली mRNA कोविड वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आपात इस्तेमाल की अनूमति दे दी है। इस वैक्सीन को 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को दिया जा सकता है। इस वैक्सीन को पुणे की जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स ने तैयार किया है। वैक्सीन को 2-8 डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखना होगा।
जेनोवा बायोफार्मास्युटिक्स लिटिमेट के सीईओ संजय सिंह ने बताया कि यह वैक्सीन कोरोना की दूसरी लहर पर आधारित है, इसका तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। हमे इससे सुरक्षित और सक्षम नतीजे मिले हैं। हम इस वैक्सीन की शुरुआत एनटीएजीआई की अनुमति के 72 घंटे के भीतर करेंगे। हम इस वैक्सीन की 200-300 मिलियन डोज तैयार कर सकते हैं।
संजय सिंह ने बताया कि लॉजिस्टिक की समस्या की वजह से यह वैक्सीन जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंच सकी। वैक्सीन की कीमत अभी तय नहीं हुई है। इसको लेकर हम सरकार से बात कर रहे हैं, लेकिन वैक्सीन की कीमत प्रतिस्पर्धात्मक होगी। संजय सिंह ने बताया कि हमे पूरा भरोसा है कि यह वैक्सीन अपनी गुणवत्ता से पहचान बनाएगी और लोग इसे स्वीकार करेंगे।
बता दें कि कंपनी को पहले ही सीडीएससीओ ने लाइसेंस दे रखा है, कंपनी के पास 70 लाख वैक्सीन को बेचने का टास्क है। संजय सिंह ने बताया कि अब जब हमे ईयूए प्राप्त हो गया है, हम जल्द ही इस वैक्सीन को डिलिवर कर सकते हैं। हमारी मौजूदा क्षमता 50 लाख डोज प्रति महीना है, जिसे हम जल्द ही दो-तीन गुना बढ़ा लेंगे।