प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को समाज से जोडऩे के लिए विभाग द्वारा शुरू की गई कोशिश हर हाथ को काम की पहल एक मिसाल बनी हुई है। प्रदेश की विभिन्न जेलों में सजा काट रहे कैदियों के अंदर उनकी कला को तराश कर उसे उजागर करने के लिए हिमाचल प्रदेश कारागार विभाग लगातार काम कर रहा है। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए शिमला में ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में कैदियों द्वारा जेल में तैयार किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। यहा लोगों द्वारा कैदियो द्वारा बनाए गए उत्पादो को खूब पसंद किया जा रहा है ।
कारागार प्रशासन ने बताया कि जेल विभाग का प्रयास रहा है कि प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों के उत्थान के लिए कार्य किए जाएं और इसी उद्देश्य से प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद लगभग अढाई हजार सजायाफ्ता कैदियों मे से एक हजार से अधिक कैदियो को विभिन्न तरह के उत्पादों को तैयार करने के लिए जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में विभिन्न जेलों में तैयार किए गए विभिन्न प्रकार के बेकरी, हैंडलूम, सिलाई, जवैलरी सहित लकड़ी के फर्नीचर की प्रदर्शनी लगाई गई है।
कैदियों को काम से जोड़ने के बाद काफी बदलाव देखा गया है और अब यह कैदी काफी सकारात्मक व उत्साहित नजर आ रहे हैं। कैदियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वह जेल में आए तो लगा ज़िंदगी ख़त्म हो गई लेकिन जेल में उन्हें काम मिला तो समय व्यतीत होने के साथ आमदनी होने लगी। जिससे अब वे अपने परिवार को भी गुजारा चलते हैं। प्रदर्शनी में लोगों द्वारा काफी सराहना मिल रही है और कैदियो के उत्पादों की लोग सराहना कर रहे है। वंही जेल प्रशासन की अनूठी पहल की भी प्रशंसा हो रही है ।