हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट लगातार जारी हैं. प्रदेश में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने 24 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है. इस दौरान अधिकतर जिलों में भारी बारिश हो सकती है. प्रशासन ने मौसम को देखते हुए लोगों को यात्रा करने से बचने की सलाह दी हैं. बारिश और भूस्खलन के कारण कुछ स्थानों पर काफी नुक्सान हुआ हैं. वहीं पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं. इन्हें बहाल करने का प्रयास जारी है. बुधवार को नाहन में सबसे अधिक 38 मिलीलीटर बारिश हुई.
आपको बता दें कि मानसून के सीजन में जहां बारिश अपना कहर बरपा रही हैं. और प्रशासन की तरफ से लोगो से अपील की जा रही हैं कि लोग बारिश के दौर में कहीं आने-जाने की जहमत ना उठाए, लेकिन चंबा जिला के अंतर्गत आने वाले चरोडी पंचायत का खालोग गांव पीडब्ल्यूडी विभाग और सरकार की अनदेखी का शिकार हो रहा है. उक्त गांव के ऊपर से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क का निर्माण कार्य करीब दो साल से शुरू हुआ हैं. लेकिन गांव के ऊपर से लैंड स्लाइड होने से गांव वालों का जीना मुश्किल हो गया है.
गांव वालों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी की थी. उसके बाद विभाग के कुछ लोग आए थे और गांव वालों को आश्वासन दिया था कि यहां जल्द इस समस्या का समाधान करवाया जाएगा, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी गांव के लोग डर के साए में जीने को मजबूर है, आज सुबह एक बार फिर गांव के ऊपर से पीडब्ल्यूडी विभाग के क्रैट के डगै गिरने से भारी लैंड स्लाइड हो गया. जब भी बारिश होती है. तो गांव के लोग रात को सो नहीं पाते है और उन्हें डर लगा रहता है, कि कहीं ऊपर से लैंड स्लाइड ना हो जाए लोगों ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि जल्द सरकार इस पर कोई कदम उठाए ताकि उन्हें परेशानी का सामना ना करना पड़े.
वहीं दूसरी और खलोग गांव के रहने वाले गांव वालों का कहना है कि एक साल से उनके गांव के ऊपर से लैंड स्लाइड हो रहा हैं. लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग आश्वासन के सिवा कुछ नही दें रहा है. आज सुबह एक बार फिर भारी लैंड स्लाइड होने से गांव के लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई है. विभाग ने अभी तक कुछ नही किया हैं, गांव में लैंड स्लाइड से काफी नुकसान हुआ है. कई घरों में पत्थर पहुंच गए हैं. लोग सरकार से चाहते है कि सरकार जल्द गांव के ऊपर लैंड स्लाइड की जगह क्रेट या कंक्रीट वर्क का कार्य करें. ताकि लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े.