मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज होटल पीटरहॉफ शिमला में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के 50वें स्थापना समारोह में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एचपीटीडीसी के कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी और निदेशक मंडल की बैठक में इस मुद्दे को लाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1972 में स्थापना के पश्चात से निगम ने सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है. उन्होंने कहा कि निगम इन 50 वर्षों के दौरान 165 कर्मचारियों के साथ 11 होटलों से शुरूआत कर वर्तमान में निगम के 54 होटलों व 2000 कर्मचारियों तक पहुंचा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान निगम को व्यावसायिक रूप प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं.
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन के अनछुए गंतव्यों में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने कहा कि इस दिशा में नई राहे नई मंजिलें एक महत्वकांक्षी योजना है. वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस योजना के अन्तर्गत राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 250 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं. उन्होंने कहा कि नई राहे नई मंजिलें योजना के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा जिला मंडी के कांगनीधार में महत्वकांक्षी परियोजना शिवधाम के प्रथम चरण का क्रियान्वयन किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में यात्रा को और सुगम बनाने के उद्देश्य से शिमला, बद्दी, रामपुर, मंडी और मनाली में पांच हेलीपोर्ट का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ से शिमला के अतिरिक्त शिमला से रामपुर, मंडी और धर्मशाला आदि के लिए भी हेली टैक्सी सेवा शुरू की गई है. मंडी में नए हवाई अड्डे की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) अंतिम चरण में है. स्वदेश दर्शन परियोजना के तहत भलेई में कला एवं संस्कृति केंद्र, मनाली में कृत्रिम आरोहण दीवार, कांगड़ा में ग्रामीण हाट, शिमला में हैलीपोर्ट और हाटकोटी माता मंदिर के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है. जबकि, क्यारीघाट में सम्मेलन केंद्र (कनवेन्शन) सेंटर तथा बीड़-बिलिंग में पैराग्लाइडिंग केंद्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है.