भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं हिमाफेड के अध्यक्ष गणेश दत्त ने कहा की नई शराब नीति से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कमीशन कमाया है . अरविंद केजरीवाल जो नई शराब नीति लेकर आए और जो इस शराब नीति के अंदर हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है , ये किसी से छुपा नहीं है . दिल्ली के सीएम नेम नई शराब नीति लाकर जनता के टैक्स के पैसों को बर्बाद किया है .
भाजपा नेता ने कहा की अरविंद केजरीवाल जब मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने कहा था कि देखो जी अगर कोई भ्रष्टाचार करे तो आप उसका स्टिंग कर लेना , उसकी रिकॉर्डिंग कर लेना और हमें भेज देना , हम सच दिखा देंगे. नई शराब नीति से जो लूट मची हुई थी , उसका आज खुलासा हुआ है . आम आदमी पार्टी कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी है .
दत्त ने कहा की हमने केजरीवाल और सिसोदिया से 5 सवाल पूछे, कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद आज यह स्टिंग सामने आया है. हमने सच दिखा दिया . अब सिसोदिया को बर्खास्त किया जाय. इस स्टिंग से केजरीवाल सरकार एक्सपोज हो गई है. शराब घोटाले के आरोपी नंबर 13 सनी मारवाह के पिता कुलविंदर मारवाह के इस वीडियो ने केजरीवाल और सिसोदिया के हर झूठ का पर्दाफाश कर दिया है. कल्पना कीजिए कि दोनों ने शराब माफियाओं और बिचौलियों से कितना काला धन इकट्ठा किया होगा ?
स्टिंग में दिख रहा शख्स आबकारी मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में 13 नंबर के आरोपी शनि मारवाह के पिता कुलविंदर मारवाह हैं . स्टिंग में कुलविंदर कहते हैं इस काम में 80 फीसदी प्रॉफिट का गेम है. यानी 1 रु. के माल में 80 पैसे हमारे होते हैं, सिर्फ 20 पैसे का माल होता है. तो फिर एक के साथ एक देने में हमें डर क्या है .
इस बीच वीडियो बनाने वाला शख्स कुलविंदर से पूछता है कि इतनी कमाई कैसे होती है ? सवाल के जवाब में कुलविंदर कहते हैं , इसमें एक चाल चली गई है . चाल ये है कि 20 का माल लेकर आप चाहे जितने भी दाम में बेचो, बाकि फिक्स पैसे दे दो. हमसे तो 253 करोड़ रुपए ले लिए गए. अब जितनी मर्जी चाहे दुकानें खोलों, जो मर्जी चाहे करो.
यहां कुलविंदर को टोंकते हुए वीडियो बना रहा शख्स पूछता है कि क्या एक बंदे से 253 करोड़ लिए गए हैं, एक साल के लिए ? जवाब में कुलविंदर कहते हैं कि 253 करोड़ तो बहुत कम लिए हैं, बाकियों से तो 500-500 करोड़ रुपए तक लिए गए हैं. जब हमने टेंडर भरा था तो सबसे कम भरा था बाकि जिसका जो टेंडर बना वो लेने पड़े. हमने कच्ची कॉलोनी का टेंडर भरा था, जहां दुकानें सस्ती हैं.
वीडियो में कुलविंदर मारवाह कहते दिखते हैं कि एल -1 वेंडर यानी शराब सप्लायर के लिए 12 फीसदी का फायदा रखा गया था . इसमें से 6 फीसदी उनको ( आम आदमी पार्टी ) को देने थे. वो कहते दिखते हैं कि ये पैसा ब्लैक में देना था लेकिन व्हाइट को ब्लैक कैसे बनाएं ? इतनी रकम तो कोई अपने घर पर रखता नहीं है .
एक और वीडियो में कुलविंदर मारवाह कहते दिख रहे हैं कि दुकानदारों को हर महीने 10 लाख रुपए देने के लिए कहा गया. इसके एवज में उन्हें अपनी मनमर्जी करने की छूट दी गई .
- पहली बात यह है कि 80 % का जो लाभ है वो दिल्ली की जनता की जेब से निकाल कर मनीष सिसोदिया और केजरीवाल ने दलाली के माध्यम से अपनी जेब में डाला .
- दूसरी बात यह है कि उन्होंने अपना कमीशन रख लिया और उसके बाद दिल्ली की जनता के साथ जो करना है करो , ये छूट ठेकेदारों को अपने मित्रों को केजरीवाल और सिसादिया ने दी
- तीसरी बात यह है कि ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को बुला- बुला कर ठेके दिए गए .
- चौथी बड़ी बात यह है कि पूरे मामले में व्हाइट मनी को ब्लैक मनी में कनवर्ट करके केजरीवाल और सिसोदिया जी तक पैसा पहुंचाया जाता था. सिसोदिया ने इससे मोटी कमाई की है. केजरीवाल और सिसोदिया के मित्रों को इससे फायदा हुआ है. सिसोदिया को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. यह स्टिंग ऑपरेशन पब्लिक डोमेन में है .
यह सबूत है कि कमीशन के चलते राजस्व को भारी नुकसान हुआ है . नई शराब नीति के जरिए भारी लूट मचाई गई . दिल्ली की जनता अब स्वयं फैसला कर ले . अब तक आम आदमी पार्टी ने इस पर कोई जवाब ही नहीं दिया. केजरीवाल सरकार से जितने सवाल हम करते थे , उन सभी सवालों के जवाब इन स्टिंग ऑपरेशन ने दे दिए हैं. आज ये भी स्पष्ट हो गया कि जो रेवेन्यू दिल्ली सरकार को आता था वो क्यों शराब व्यापारियों को दिया जाता था , क्योंकि वो भ्रष्टाचार में घुमकर इनके पास जाना होता था .
ये बात जगजाहिर है कि केजरीवाल सरकार शराब माफियाओं के 144 करोड़ रुपये माफ कर दिए . केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति में कमीशन बढ़ाया और ये सारा कमीशन दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पास गया . आम आदमी पार्टी कट्टर भ्रष्टाचारी पार्टी है . केजरीवाल- सिसोदिया ने दिल्ली की जनता को धोखा दिया है .
स्पष्ट है कि दिल्ली में शराब नीति से कमीशन का खेल हुआ. कमीशन लेकर राजस्व को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया. सिसोदिया और केजरीवाल के मित्रों को इससे काफी फायदा हुआ .