पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठकर स्टेरिंग क्या हाथ में थाम लिया लोग इसके कई राजनीतिक मायने निकालने लग पड़े हैं. जी, हां शनिवार को मौका था देश की एक नामी कार निर्माता कंपनी की नई गाड़ी की लॉन्चिंग का जिसे लॉन्च करने के लिए धूमल शोरूम के कार्यक्रम में पहुंचे थे. लेकिन गाड़ी का अनावरण करने के बाद जैसे ही वह गाड़ी की फ्रंट सीट पर हाथ में स्टेरिंग थाम कर बैठे हर कोई इसके राजनीतिक अर्थ निकालने में लग पड़ा. कईयों ने तो वहां मौके पर इस बात की चर्चा शुरू कर दी कि सही समय पर उन्होंने गाड़ी का स्टेरिंग थामा है और यह समय की भी जरूरत है.
अधिकतर लोगों ने तो धूमल को पहली बार गाड़ी का स्टेरिंग थामें हुए देखा तो वह जहां हैरान हो रहे थे वहीं, खुशी भी व्यक्त कर रहे थे. प्रदेश में इन दिनों चुनावी रंग जोर पकड़ रहा है. हमीरपुर राजनीति का एक गढ़ रहा है खासकर कर भाजपा के लिए और धूमल दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं जिनका संबंध हमीरपुर से है पार्टी काफी एक तबका किसी अनुभवी वरिष्ठ नेता के हाथ में कमान का पक्षधर रहा है.
जिसका अर्थ यह भी निकाला जा रहा था है कि गाड़ी का सबसे अहम उपकरण स्टेरिंग ही होता है जिसे फ्रंट सीट पर बैठकर कंट्रोल किया जाता है और आज ऐसे ही अनुभवी कंट्रोल करने वाले किसी नेता की जरूरत है वह भी खास करके हमीरपुर में .
चुनावी मोड में आ गई है पार्टी…
पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है और हर कार्यकर्ता मैदान में डट गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की डबल इंजन वाली सरकारों ने जन कल्याण के लिए बेहतर काम किया है अमृत महोत्सव में फिजूलखर्ची को लेकर कांग्रेस का बयान उसकी पीड़ा को दर्शाता है. पार्टी का काम सिर्फ निंदा करने तक ही सीमित है प्रदेश की भाजपा सरकार दोबारा से रिपीट करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कि जल्द ही बिलासपुर में भी एक बड़ी रैली होने वाली है आने वाले चुनावों को लेकर हमीरपुर में भी बड़े नेताओं के कार्यक्रम और रैलियां होंगी.