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यहां शादी के लिए मनपसंद लड़की का अपहरण करता है लड़का, और फिर…

समाचार फर्स्ट |

भारत में कई तरह की प्रथाएं प्रचलित हैं। कई जगहों पर आज भी अंध विश्वास का बोलबाला है तो कहीं पर लोग आज भी पुरानी परंपराओं से बंधें हैं जिन्हें 21वीं सदी में कुरीतियों का नाम दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के छोटे से जिले लाहौल स्पीति में एक ऐसी ही प्रथा है, जिसका दंश आज भी महिलाएं झेल रही हैं।

यूं तो लड़की की शादी में डोली उठती है और पारंपरिक ढंग से विदाई होती है, लेकिन हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में शादी की एक अजीबोगरीब प्रथा है। यहां दूल्हा बारात लेकर नहीं बल्कि बदमाशों की टोली लेकर लड़की के घर जाता है और लड़की का अपहरण कर उससे शादी कर लेता है। इस प्रथा को लाहौल स्पीति में कुंजी विवाह कहा जाता है।

क्या है कुंजी विवाह ?

कुंजी विवाह ऐसा विवाह होता है जिसमें लड़का अपने दोस्तों के साथ मिलकर लड़की को किडनैप करता है और उससे शादी कर लेता है। ताज्जुब की बात तो यह है कि  इस प्रथा में कभी-कभार तो लड़की को यह भी पता नहीं होता कि उसकी शादी किस लड़के से हो रही है। बता दें कि यहां कुंजी का मतलब अपनी मनपसंद लड़की को किडनैप कर ले जाना है।

कई बार जब लड़की किडनैप होती है तो लड़की के परिजनों इसका पता तुरंत चल जाता है। ऐसी सूरत में कई मामलों में वे लड़की को शादी होने से पहले ही वापस ले आते हैं। अगर लड़का-लड़की दोनों में शादी की रजामंदी हो तो शादी की रस्म को आगे बढ़ाते हुए वह परिजनों को इसकी खबर कर देते हैं।

लड़की के अपहरण के कुछ दिन बाद दोनों पक्षों में रिश्तेदार समझौता करवाते हैं। इससे गिले-शिकवे दूर कर नई रिश्तेदारी शुरू होती है। हालांकि इस सारे प्रकरण में दूल्हे वाले को काफी जुर्माना भरना पड़ता है, वहीं, मायकेवालों के आदेशानुसार लड़की के लिए उसकी पसंद के गहने भी देने पड़ते हैं।

देश के अधिकतर हिस्सों में लड़की को बोझ समझा जाता है मगर लाहौल-स्पीति इस मामले में आदर्श है। यहां लड़का पैदा होने पर इतनी खुशी नहीं मनाई जाती, जितना जश्न लड़की होने पर होता है। हिमाचल के ही अन्य अधिक साक्षर एवं शिक्षित जिलों की तुलना में यहां लिंग अनुपात भी सराहनीय है।

कुंजी विवाह में दहेज का कोई स्थान नहीं

कुंजी विवाह में दहेज का कोई स्थान नहीं है। जिले में दहेज उत्पीड़न का एक भी मामला नहीं आया है। लाहौल-स्पीति में हर साल 15 अगस्त के दिन कुंजी विवाह काफी होते हैं। शादी योग्य युवक व युवतियां इस दिन का इंतजार करते हैं। इस दिन जिले में कई युवक दोस्तों के साथ युवतियों का अपहरण कर उन्हें जीवन संगिनी बनाते हैं।