हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. प्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पूरा जोर लगा रही हैं. इस बीच अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव आरएस बाली ने अपनी रोजगार संघर्ष यात्रा का दूसरा चरण शुरू किया है. इस यात्रा की शुरुआत कल यानी सोमवार को कांगड़ा से हुई थी और इस यात्रा ने 40 पंचायतों को कवर किया गया.
इस रोजगार यात्रा के दूसरे चरण का पहला दिन शानदार रहा. जनता ने तय कर लिया है कि युवाओं को बेरोजगार बनाने वाली भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना है. बता दें कि कांग्रेस रोजगार के मुद्दे पर बीजेपी पर लगातार निशाना साध रही है.
वहीं, दूसरे दिन ये यात्रा ज्वालामुखी पहुंची. यहां पहुंचते ही सबसे पहले आरएस बाली मां ज्वाला जी के दरबार पहुंचे और वहां पर मा की पूजा-अर्चना कर आशिर्वाद लिया. इसके साथ ही उन्होंने देवी मां से समस्त प्रदेश वासियों के लिए मंगल कामना की. इस दौरान आरएस बाली ने कहा कि बीजेपी की जनविरोधी नितियों के खिलाफ जनता में रोष है और आगामी विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता इस तानाशाही सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकेगी. आरएस बाली ने कहा कि जिस तरह का राहुल गांधी जी का जनता को वचन दिया है उसी विज़न को लेकर ये संघर्ष यात्रा आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का एक ही उद्देशय व संकल्प है कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं और महंगाई का दंश झेल रही माताओं और बहनों की आवाज़ को प्रमुख रूप से उठाना.
वहीं, आरएस बाली ने कहा कि उनके लिए यह गर्व की बात है कि 2012 में उनके पिता एवं पूर्व मंत्री जीएस बाली ने पहली रोजगार संघर्ष यात्रा निकाली थी और इस यात्रा के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में लेकर गए थे और लोगों ने अपना भरपूर समर्थन दिया था. उन्होंने कहा कि रोजगार संघर्ष यात्रा 2022 में निकाली गई है और जिस तरह से इस यात्रा को जनता का भारी समर्थन मिला है. उससे तय हो चुका है कि जनता अब बदलाब चाहती है और प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में देखना चाहती है. उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनावों में कांग्रेस भारी मतों से प्रदेश में सरकार बनाएगी.