हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के छठे दिन सदन में परिवहन निगम की बसों को लेकर काफी गहमा-गहमी दिखी। सदन बड़सर के विधायक इन्द्र दत्त लखनपाल, होशियार सिंह देहरा, अरुण कुमार नगरोटा और मुकेश अग्निहोत्री ने सयुंक्त सवाल में परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर से पूछा कि गत तीन वर्षों में हिमाचल परिवहन निगम द्वारा कितनी बसें किन किन कंपनियों से खरीदी और निगम के बेड़े में कितनी बसें है। इसके अलावा वैट लीज़ पर चलाई जा रही बसों का ब्यौरा भी दें। साथ ही स्पेयर पार्ट्स और टायर खरीद में क्या प्रक्रिया अपनाई गई। Jnurm के तहत बसे क्यों खड़ी है।
जबाब में परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने बताया कि पिछले तीन वर्षी के दौरान निगम द्वारा 795 बसें टाटा मोटर्स, अशोक लेलैंड और बोल्वो बसें होल्डस्टोन इंफ्राटेक से खरीदी गई। मौजूदा समय में निगम के बेड़े में 3103 बसें है।
जिनमें से 25 बसें विद्युत चलित है। अभी भी 300 बसें खड़ी है। तीन वर्षों में निगम द्वारा 108.13 करोड़ रुपये के स्पेयर पार्ट्स और 40.89 करोड़ के 34005 टायर की खरीद की गई। परिवहन मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने इतनी बड़ी बसें ली गई जो हिमाचल की सड़कों के लिए उपयुक्त नहीं थी। हिमाचल परिवहन में बसें काफी थी बाबजूद इसके लोन पर बसें खरीदी गई और निगम को घाटे में धकेल दिया।