फाल्गुन महीना हिंदू कैलेंड का 12वां महीना होता है. इस महीने भगवान शिव, श्री कृष्ण और चंद्र देव की उपासना की जाती है.
इस साल फाल्गुन मास सोमवार 06 फरवरी यानि आज से शुरू हो रहा है और इसका समापन मंगलवार 07 मार्च को होगा. महाशिवरात्रि, होली और फुलैरा जैसे कई प्रमुख त्योहार इस पवित्र महीने में आते हैं.
फाल्गुन में क्या करें क्या ना करें…
इस महीने में प्रयास करके शीतल या सामान्य जल से स्नान करें और अनाज का प्रयोग कम से कम करें. ज्यादा से ज्यादा फल खाएं. रंगीन, सुंदर वस्त्र धारण करें. सुगंध का प्रयोग करें.
भगवान श्री कृष्ण की नियमित उपासना करें. पूजा में फूलों का खूब प्रयोग करें. मांस-मछली सा नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें. वाणी पर संयम रखें और क्रोध बिल्कुल ना करें.
फाल्गुन महीने के व्रत-त्योहार…
9 फरवरी – संकष्टी चतुर्थी व्रत, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी
12 फरवरी- यशोदा जयंती
13 फरवरी- शबरी जयंती
14 फरवरी- जानकी जयंती
16 फरवरी- विजया एकादशी
18 फरवरी- महाशिवरात्रि, वैद्यनाथ जयंती, शनि प्रदोष व्रत
19 फरवरी- पंचक प्रारंभ
20 फरवरी-फाल्गुन अमावस्या
22 फरवरी- फैलैरा दूज
23 फरवरी- विनायक चतुर्थी
24 फरवरी- पंचक समाप्त, माता शबरी जयंती
27 फरवरी- होलाष्टमी प्रारंभ
3 मार्च- आमलकी एकादशी, रंगभरी एकादशी
4 मार्च- प्रदोष व्रत, गोविंद द्वादशी
7 मार्च- होलिका दहन
8 मार्च होलाष्टक समाप्त, होली, फाल्गुन मास समाप्त
फाल्गुन के महाउपाय…
फाल्गुन के महीने में भगवान कृष्ण की नियमित पूजा की जानी चाहिए. उन्हें पूरे महीने अपने मनपसंद रंग का गुलाल भगवान को अर्पित करना चाहिए. इससे जीवन की हर मनोकामना पूरी होती हो जाती है.
रोज सुबह स्नान के बाद भगवान श्रीकृष्ण की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकती है. इस महीने में स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसलिए इस पवित्र महीने में अपनी इच्छानुसार किसी गरीब या जरूरतमंद इंसान को कुछ भी दान कर सकते हैं.