- शहीद स्मारक मंडी में हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम
- अमर वीर सपूतों को अर्पित की गई श्रद्धांजलि
मंडी: कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ पर मंडी जिला वासियों ने भारतीय सेना के वीर सैनिकों और अमर बलिदानियों को भावपूर्ण नमन किया। मंडी के शहीद स्मारक में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला प्रशासन, सेना, पुलिस और आम नागरिकों ने वीर सपूतों की पुण्य स्मृति को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कर्नल (सेवानिवृत) केके मल्होत्रा, एडीएम मंडी अश्विनी कुमार, एसडीएम मंडी सदर ओमकांत ठाकुर, जिला सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक कर्नल गोपाल गुलेरिया, पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कर्नल प्रताप सिंह के अलावा वीर नारियों और पूर्व सैनिकों ने शहीद स्मारक में शहीदों को पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके जिला प्रशासन ने कारगिल युद्ध की वीर नारियों, गैलेंट्री अवार्ड प्राप्त सैनिकों को सम्मानित किया तथा उनके प्रति कृतज्ञता जताई।
कारगिल युद्ध जैसी वीरता की मिसाल दुनिया में कहीं नहीं – केके मल्होत्रा
समारोह के मुख्य अतिथि कर्नल (सेवानिवृत्त) केके मल्होत्रा ने कहा कि कारगिल युद्ध जैसी वीरता की मिसाल दुनिया में कहीं नहीं मिलेगी। हमारे वीर जवानों ने कठिन परिस्थितियों में युद्ध लड़कर पाकिस्तान के सैनिकों को खदेड़ा और कारगिल युद्ध में विजय हासिल की।
सभी के लिए शाश्वत प्रेरणा है वीर सैनिकों का जीवन और त्याग- अश्विनी कुमार
कार्यक्रम में एडीएम अश्विनी कुमार ने भारतीय सैनिकों के बलिदान को स्मरण करते हुए उनके शौर्य और पराक्रम को नमन किया। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा और सीमाओं को अक्षुण्ण रखने के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों के बलिदान की गाथा हर भारतीय को गर्व से भर देती है। उनका जीवन और त्याग सभी के लिए शाश्वत प्रेरणा है।
देश के प्रति सैनिकों की सेवा सर्वोपरि- ओमकांत ठाकुर
इस अवसर पर एसडीएम सदर मंडी ओम कांत ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने भीषण ठंड और विपरीत परिस्थितियों में दुश्मनों का मुकाबला कर विजय हासिल की थी। वीर सैनिकों का यह बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा। देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा। देश के प्रति सैनिकों की सेवा सर्वोपरि है। जिला सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक कर्नल गोपाल गुलेरिया ने बताया कि दूसरे विश्व युद्ध के वीर सैनिक व कारगिल युद्ध की वीर नारियां जो यहां पर नहीं पहुंच पाए हैं उन्हें लीग की मदद से उनके घर पर सम्मानित किया जाएगा। जिला एक्स सर्विसमैन लीग के महासचिव कैप्टन हेतराम शर्मा ने सभी का स्वागत किया।
इस मौके पर कर्नल (सेवानिवृत) टीपीएस राणा, कर्नल हरीश वैद्य, कर्नल वीके तपवाल, कर्नल एमके मण्डयाल, कर्नल रविन्द्र, मेजर खेम सिंह ठाकुर, कै जीसी सैणी, ओपी शर्मा, मेघ सिंह, आरके ठाकुर, तुलसी राम, कश्मीर सिंह, चेतराम शर्मा सहित अन्य पूर्व सैनिक उपस्थित रहे। उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धाजलि दी। इससे पहले वीर नारियों और पूर्व सैनिकों ने कांगणीधार के तांदी में पौधारोपण किया । वहीं पूर्व सैनिकों ने जिलेभर में पंचायत स्तर पर पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित किए।
26 जुलाई को इसलिए मनाया जता है विजय दिवस
कारगिल का युद्ध 25 मई, 1999 से 26 जुलाई, 1999 तक चला था। इस युद्ध में भारत की सेना के रणबांकुरों ने पाकिस्तान को छठी का दूध याद दिलाया था । इस युद्ध में भारतीय सैनिकों के पराक्रम के सामने पाकिस्तानी सेना को मुंह की खानी पड़ी थी और वह बुरी तरह पराजित हुई थी। 25 जुलाई आते आते भारतीय सेनाओं ने पूर्णतया अपनी सरहदों तथा मोर्चों पर कब्जा कर लिया था। 26 जुलाई 1999 को युद्ध विराम हुआ था। इसलिए भारतीय सेना के विजयी पराक्रम और शौर्य को स्मरण व नमन करने के लिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
527 वीर सैनिकों ने दी थी प्राणों की आहुति
इस युद्ध में देश के 527 वीर सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। युद्ध में भारतीय सेना के 1367 सैनिक घायल हुए थे। देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सपूतों में हिमाचल के के 52 रणबांकुरों थे, जिनमें 12 वीर सैनिक ने मंडी जिले के थे। इस युद्ध में 4 सर्वोच्च सम्मान, 4 परमवीर चक्र मिले थे, जिसमें 2 परमवीर चक्र प्रदेश के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा (मरणोपरांत) तथा सेवारत सिपाही संजय कुमार(अब सूबेदार मेजर) को मिला था। इन वीर सैनिकों पर देश तथा प्रदेश वासियों को नाज है।