शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयाराम ठाकुर ने विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भाग लिया। सर्वदलीय बैठक में सदन को सुचारू रूप से संचालित करने पर परस्पर परिचर्चा हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश आपदा की चपेट में हैं। इस बार के विधान सभा सत्र में आपदा और राहत के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपदा से प्रदेश को बहुत क्षति हुई है। लोगों के घर, दुकान, फसलें, बाग़ान और खेत बुरी तरह बर्बाद हुए हैं।
बहुत से लोगों की दुःखद मृत्यु भी हुई है। इस बार के सत्र में आपदा प्रभावितों के राहत और पुनर्वास के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपदा की वजह से लोगों को आपदा राहत शिविरों में रहना पड़ा। सरकार समय पर सड़कें खोलने में नाकाम रही। सड़कें बंद होने की वजह से किसानों-बाग़वानों का बहुत नुक़सान हुआ। फल और सब्जियां सड़ गयीं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा में अपना घर और ज़मीन खो चुके लोगों को सरकार घर के बदले घर और ज़मीन के बदले ज़मीन दे। जिससे लोग अपना घर बना सकें, अपना रोज़गार कर सकें। आपदा को आए भी दो महीनें से ज़्यादा का समय बीत चुका है लेकिन सरकार अभी तक पुनर्वास की दिशा में कोई कदम नहीं उठा पाई है।
अभी तक आपदा प्रभावितों को देने के लिए ज़मीन भी चिन्हित नहीं की जा सकी है। सरकार को यह समझना चाहिए राहत शिविरों में एक-एक दिन भारी होता हैं। लोगों का सब्र जवाब दे चुका है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अभी प्रदेश भर की सड़कें भी बहाल नहीं हो पाई हैं। बिजली-पानी की व्यवस्था भी बहाल नहीं हो पाई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार बने दस महीनें हो गये हैं। कांग्रेस ने चुनाव के समय दस गारंटिया दी थी। अब उसके बारे में सरकार बात नहीं कर रही है। उनकी गारंटियों पर भी सरकार से जवाब मांगा जाएगा। अब बहुत दिन हो गए हैं। जनता चौराहों पर खड़े होकर इनका इंतज़ार कर रही है। अब गारंटिया पूरी करने का समय है। सरकार अपनी सभी गारंटियों को कब तक पूरा कर रही है। यह बात प्रदेश के लोगों को बताए।