एचआरटीसी चालक, परिचालक और कर्मचारियों ने शिमला में संयुक्त समंवय समिति (जेसीसी)का गठन कर सरकार के खिलाफ़ विभिन्न मांगो को लेकर मोर्चा खोलने की रणनीति बना ली है। एचआरटीसी की जेसीसी ने प्रबंधन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देकर विभिन्न मांगो को लेकर वार्ता के लिए बुलाने का समय दिया है और महीने की एक तारीख को सैलरी न मिलने पर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है।
एचआरटीसी जेसीसी के नवनियुक्त अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि एचआरटीसी कर्मियों को महीने की 18 तारीख को सैलरी दी जा रही है। 42 महीने का ओवर टाइम नाइट भत्ता चालकों व परिचालकों का पेंडिंग हैं।
इसके अलावा एचआरटीसी के दो बर्खास्त परिचालकों को बिना शर्त बहाल करने, पांगी बस हादसे में दो मृत तकनीकी कर्मचारियों के परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी देने की कर्मचारियों की मुख्य मांगे हैं जिन पर सरकार एक सप्ताह के भीतर जेसीसी को वार्ता के लिए बुलाए।
अगर कर्मचारियों को एक तारीख को 11 बजे से पहले सैलरी नहीं दी जाती है तो एचआरटीसी की जेसीसी इसको लेकर किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।