पहाड़ का युवा जब जवानी में कदम रखता है तो उसका जुनून भारत मां की रक्षा के लिए साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसलिए पहाड़ से ज्यादातर युवा सेवा में जाते हैं। भारत मां की सरहद पर देश की हिफाजत करते हैं। कई सैनिक भारत मां की रक्षा करते हुए अपने प्राण भी त्याग देते हैं।
वही पालमपुर का एक एक जवान अरुणाचल में जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्सज् में तैनात था। अरुणाचल में वे अपने दोस्तों के साथ शाम को सड़क पर जा रहे थे तभी एक गाड़ी ने उनको टक्कर मार दी जिससे प्रवीण की तो मौके पर ही मौत होगी जबकि अन्य साथी घायल हो गए।
प्रवीण पालमपुर के पंचायत कंडी के द्रोवी गांव के रहने वाले हैं।
प्रवीण की उम्र 32 साल बताई जा रही है। कुछ ही साल पहले उनकी शादी हुई थी। प्रवीन कुमार अपने पीछे माता-पिता पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। परिजनों को जैसे ही उनकी मौत की खबर मिली, पत्नी और माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी मौत की खबर तहसीलदार सार्थक शर्मा से मिली है बताया जा रहा है कि शनिवार आज सुबह उनकी पारथिव देह घर पहुंचने की उम्मीद है, इसके बाद उनके पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।