मंडी, 17 जून: आजीविका एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत सदर खंड की मझवाड़ पंचायत से स्वयं सहायता समूहों की 40 महिलाओं ने सराज खंड का भ्रमण किया। नाबार्ड द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम को मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति द्वारा आयोजित किया गया। यह जानकारी देते हुए मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति की परियोजना समन्वयक रीना ठाकुर ने बताया कि इन महिलाओं को उनी उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण नाबार्ड द्वारा करवाया गया। महिलाओं ने अपने इस भ्रमण के दौरान सराज में ऋतिक रूरल मार्ट, संजना ग्राम दुकान तथा स्वयं सहायता समूह में बेहतरीन कार्य कर रही महिलाओं के साथ संवाद किया तथा यह जाना कि किस तरह से वह अपने ही घरों में उनी उत्पाद तैयार करके आजीविका कमा सकती हैं व अपनी आर्थिक सबलता प्राप्त कर सकती हैं।
ऋतिक रूरल मार्ट से खिमदासी और रीना के द्वारा महिलाओ को बताया गया कि किस तरह से उन्होंने बहुत छोटे स्तर से कार्य करना शुरू किया और आज कम से कम 20 स्वयं सहायता समूह की महिलाओ द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों को रूरल मार्ट के जरिए बेचा जा रहा है। संजना ग्राम दुकान की दीपा देवी और अन्य महिलाओं ने अपने अनुभव सांझा करते हुए इन महिलाओं को कार्ड से चलन वाली मशीन की जानकारी भी दी। यह भी बताया कि किस तरह से कौशल विकास कार्यक्रम के माध्यम से उनी वस्त्र के उत्पाद बड़े स्तर पर तैयार किए जा रहे हैं वह उनकी बिक्री की जा रही है।
इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है व वह आत्मनिर्भर हुई हैं। परियोजना समन्वयक ने महिलाओ को अपने कार्य को और ज्यादा बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया व उनी वस्त्रों के विभिन्न डिजाइन वाले उत्पाद बनाने हेतु कार्ड वाली मशीन का उपयोग मझवाड़ क्लस्टर में भी शुरू किया जाए। इससे इन महिलाओं की आय में भी बढ़ौतरी होगी। भ्रमण पर गई महिलाओं ने बताया कि इस दौरान उन्हें ऐसा बहुत कुछ सीखा, देेखा व पाया है जिससे वह अपने स्तर पर आय में बढ़ौतरी कर सकेंगी। उन्होंने इस भ्रमण को बेहद उपयोगी व लाभकारी बताया।