पौंग बांध में पर्यटन को विकसित करने के लिए स्वदेश दर्शन-2 के तहत पर्यटन विभाग को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए राजस्व विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि स्वदेश दर्शन-2 के तहत पर्यटन विकास के प्लान को धरातल पर उतारा जा सके।
इस बाबत मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में एनआईसी के सभागार में स्वदेश दर्शन-2 की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पोंग बांध क्षेत्र में पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार और जिला प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि पोंग बांध क्षेत्र में मुख्तः नगरोटा सूरियां, फतेहपुर, नंगल चौक और मठियाल के क्षेत्र पड़ते हैं। इस सभी क्षेत्रों की अपनी खासियत है तथा उसके अनुरूप ही वहां पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को खड़ा करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में बोटिंग, वॉटर स्पोर्ट्स, साहसिक गतिविधियां, पक्षी दर्शन, इको टूरिज्म, सांस्कृतिक और मंदिरों से जुड़े विशेष स्थान हैं।
इस अवसर पर स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत पोंग बांध क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए काम कर रही निजी कंसल्टेंसी फर्म वॉयन्ट्स सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ क्षेत्र के विकास से जुड़े हर पहलू पर चर्चा की। अतिरिक्त उपायुक्त ने उनकी योजना का विस्तृत ब्यौरा लेते हुए क्षेत्र के विकास संबंधित व्यवहारिक सुझाव उनसे साझा किए। उन्होंने पोंग बांध क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों के स्कोप से संबंधित दिशा निर्देश कंसल्टेंसी फर्म के प्रतिनिधियों को दिए।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकसित गतिविधियों के अनुरूप स्थानीय युवाओं के क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को इस प्रकार विकसित किया जाए जिससे स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ हो। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।