रोड़ कटिंग से हुआ भूसख्लन, गजनोहा में रिहायशी मकान
मंडी रिवालसर मार्ग को टू लेन करने के लिए चल रही खुदाई के कारण कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। मंडी से 13 किलोमीटर दूर गजनोहा में वीरवार को लगातार बारिश के बीच गजनोहा के युगल किशोर शर्मा पुत्र लालमन के रिहायशी मकान का अगला हिस्सा भारी भूस्खलन के चलते जमींदोज हो गया जिससे इस पक्के मकान को खतरा पैदा हो गया।
युगल किशोर शर्मा ने बताया कि यहां पर निर्माण कर रही कंपनी ने अवैज्ञानिक तरीके से खुदाई की और लोगों के विरोध को दरकिनार कर दिया। किसी तरह की सुरक्षा दीवार भी नहीं लगाई। अब मकान के नीचे का सारा मलबा नीचे जा गिरा है तथा मकान को खतरा पैदा हो गया है। अभी तो सारी बरसात सिर पर है। घर में रहना खतरे से खाली नहीं है।
परिवार के लिए रात काटना मुश्किल हो रहा है। अपने साधनों से तिरपाल डाल कर कच्ची मिट्टी पर डाला गया ताकि बारिश का पानी अंदर न घुसे मगर यह पक्का उपाय नहीं है। उन्होंने इस बारे में हल्का पटवारी को भी इस बारे में अवगत करवा दिया है। उपमंडलाधिकारी बल्ह से आग्रह किया गया है कि वह उनके मकान को बचाने के लिए जरूरी उपाय करने के आदेश जारी करें तथा निर्माण कर रही कंपनी को यहां पर सुरक्षा दीवार लगाने को कहें।
मंडी में नहीं आएगा पानी, उहल नदी में सिल्ट आने से रोकी लाइन
शुक्रवार 4 जुलाई यानि आज को मंडी शहर में पेजयल की सप्लाई नहीं होगी क्योंकि भारी बारिश के चलते उहल नदी में मलबे के साथ पानी आ रहा है। यह जानकारी देते हुए अधिशाषी अभियंता आर के सैणी ने बताया कि पंजाब बिजली बोर्ड की शानन पावर हाउस के बरोट बैराज से गुरूवार को सभी गेट खोल देने व सिल्ट निकालने से नदी में सिल्टयुक्त पानी आ रहा है।
यह बहुत बड़ी मात्रा में है। ऐसे में उहल बहाव जल परियोजना के स्त्रोत स्थल रियागड़ी से पानी नहीं लिया जा रहा है। गुरूवार को इसे रोक दिया गया जिससे पेयजल का भंडार नहीं हुआ है। ऐसे में शुक्रवार को मंडी शहर में पानी नहीं आएगा। उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वह अपने भंडारण टैंकों से पेयजल का एहतियातन व जरूरत के मुताबिक ही पानी का प्रयोग करके काम चलाएं। उहल में सिल्ट के कम होते ही फिर से सप्लाई बहाल हो जाएगी।