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सीएचसी स्तर तक टीबी रोगियों को मिल रही उपचार की सुविधा:सीएमओ

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा राजेश गुलेरी ने कहा कि  जोनल अस्पताल, टांडा हास्पीटल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी रोगियों के लिए 2 से 4  बेड चिन्हित किये गए हैं तथा सीएचसी स्तर तक टीबी रोगियों को उपचार की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। टीबी के सभी  मरीजों की देखभाल के लिए  परिवार एक-एक सदस्य को जोड़ा जा रहा है  जिसे निक्षय साथी का नाम दिया  गया है ताकि टीबी मुक्त अभियान को सफल बनाया जा सके।
वीरवार को क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएमओ डा राजेश गुलेरी ने कहा कि इस वर्ष टीबी जांच के लिए 69728  जांच का लक्ष्य रखा गया है तथा 31 जुलाई , 2024 तक 41293 की जाँच की गई है । डॉ गुलेरी  ने  टीबी रोगियों की बेहतर देखभाल के लिए डीटीबीसी जांच  व सभी   मरीजों  को दाखिल करने के निर्देश दिए  तथा जिला में एच डब्ल्यू सी  स्तर पर  एक महिला व एक पुरुष टीबी चैंपियन चिन्हित करने के निर्देश दिए। डॉ गुलेरी ने उपस्वास्थ्य केंद्रों में डीवीडी एमएस को एक्टिव करने निर्देश दिए तथा  आयुष्मान  आरोग्य  शिविरों  के शेड्यूल बनाने के निर्देश भी दिए ।

डॉ गुलेरी ने आह्वान किया कि  सभी टीबी  के मरीजों को  मनोसामाजिक  व पोषण सहायता के लिए  निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आना चाहिए । डॉ गुलेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर महीने 24 तारीख  को निक्षय दिवस का आयोजन किया जाता है जिसका उद्देश्य टीबी रोग बारे चर्चा के साथ  जनजागरूकता व किसी भी प्रकार की  भ्रांतियां दूर करना है  । बैठक का संचालन करते हुए जिला स्वास्थ्य व क्षय रोग अधिकारी जिला कांगडा डॉ राजेश सूद ने  कार्यक्रम के अंर्तगत  चल रही गतिविधियों  की विस्तार से जानकारी दी ।

बैठक में   हैल्थ ब्लाक  शाहपुर के बीएमओ  डॉ एच पी सिंह को  निक्षय  मित्र योजना के बेहतर संचालन के लिए मुख्यचिकित्सा अधिकारी  डॉ राजेश गुलेरी ने सम्मानित किया ।   इस समीक्षा बैठक में  जिला स्वास्थ्य व क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सूद तथा   विश्व हैल्थ पार्टनर से डॉ सतीश पुंडीर  ,  डॉ कामेश , डॉ सतीश , डॉ अक्षय ,  एम एस जोनल अस्पताल   धर्मशाला, डॉ अजय दत्ता,  जिला के खण्ड चिकित्सा अधिकारी ,   वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी  व उनके सहयोगी स्टाफ व जिला क्षय केंद्र धर्मशाला के कर्मचारियो ने भाग लिया ।