जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक का आयोजन बुधवार को धर्मशाला कॉलेज के प्रयास भवन में हुआ। बैठक का संचालन करते हुए परिषद के सचिव एवं जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार ने विभिन्न मुद्दों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
जिला पंचायत अधिकारी ने बताया कि जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल, अध्यक्ष रमेश बराड़, उपाध्यक्ष स्नेहलता परमार, जिला परिषद के अन्य सदस्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि बैठक में विभिन्न विभागों से सम्बन्धित नए व पुराने मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान परिषद के सदस्यों द्वारा उठाए गए प्रश्नों के विभागीय अधिकारियों द्वारा उत्तर दिये गये। उन्होंने बताया कि जिला परिषद सदस्यों ने अपनी समस्याओं को सदन पर रखा तथा इन पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बैठक में अध्यक्ष ने अधिकारियों को अपने विभागों से सम्बन्धित मामलों को समयबद्ध निपटाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को स्वच्छ, पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए पंचायती राज प्रणाली को आवश्यक शक्तियां प्रदान कर सुदृढ़़ बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में ग्राम पंचायतें अहम भूमिका निभाती हैं तथा सरकार द्वारा विकास कार्य के लिए स्वीकृत राशि को संम्बन्धित क्षेत्र में पंचायतें व समितियों के माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है। इस दौरान 15वें वित्त आयोग की वर्ष 2023-24 की शैल्फ तैयार करने बारे चर्चा की गई।
जिला पंचायत अधिकारी ने बताया कि जिला परिषद की विकासात्मक परियोजनाओं के लिए स्वीकृत 15वें वित्त आयोग का पैसा जल्द ही उपलब्ध करवा दिया जाएगा। इस अवसर पर परिषद की उपाध्यक्ष स्नेह लता और अन्य सदस्यों ने भी बैठक के दौरान विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण सुझाव रखे।