विपल्व सकलानी
मंडी। द्रंग के स्नौर घाटी के के जला गांव से भक्त लाव लश्क केसाथ देव आदि गणपति विसर्जन के लिए मंडी पहुंच गए हैं। राजदेवता माधव राय में हाजरी भरने के पश्चात देव आदि गणपति ने राज माधव राय से मिलन किया। इसके पश्चात आदि गणपति सैण मोहल्ले में स्थित सिद्ध गणपति मंदिर में रात्रि ठहराव के लिए विराजमान हुए।
देव आदि गणपति के पुजारी वेद राम ने बताया कि दंत कथा के अनुसार आदि गणपति का मंदिर पांडवों द्वारा बनाया गया है और आदि गणपति की मूर्ति पूरी तरह से पत्थर की शिला की बनी हुई है और गणपति भगवान तब से जला नामक स्थान पर वास करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदि गणपति, गणपति विसर्जन में पिछले पांच वर्षों से मंडी में आ रहे हैं और यहां स्थानीय लोगों और सिद्ध गणपति मंदिर कमेटी द्वारा आदि गणपति जी का भव्य स्वागत किया जाता है।
— Samachar First (@samacharfirst) September 15, 2024
उन्होंने कहा कि आदि गणपति राजाओं के समय से मंडी शिवरात्रि महोत्सव में भी शामिल होते हैं।उन्होंने कहा कि आदि गणपति के मूल स्थान गांव जला में गणेश चतुर्थी के दिन दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं और आदि गणपति से जो भी श्रद्धालु मन्नत मांगता है आदि गणपति उसकी सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
उन्होंने कहा कि सोमवार को आदि गणपति गणेश विसर्जन महोत्सव में शिरकत करेंगे और गणेश विसर्जन के पश्चात अपने मूल स्थान के लिए रवाना होंगे। वही मंडी गणपति मंदिर में हाथ से निर्मित महादेव की अमरनाथ गुफा का लोगों को दर्शन भी करवाए जा रहे हैं।