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मोदी सरकार की नीतियों के ख़िलाफ जन अधिकार मंच का ‘हल्ला बोल’

समाचार फर्स्ट |

जन एकता-जन अधिकार आन्दोलन मंच ने केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। देश भर के साथ शिमला-कुल्लू में मंच ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला और नारेबाजी की। मंच मोदी सरकार की चार साल की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 17 से 22 मई तक देश भर में 'पोल खोल, हल्ला बोल' आन्दोलन छेड़ रखा है।

मंच का आरोप है कि केंद्र सरकार का 4 वर्ष का कार्यकाल निराशाजनक रहा है। 2 करोड़ रोजगार देने का वादा और मजदूरों को न्यूनतम वेतन देने की बात हवा हवाई हो गई। किसान आए दिन आत्महत्या कर रहे है, महंगाई आसमान छू रही हैं और दलित गरीब लोगों के ऊपर अत्याचार हो रहे हैं। जो जो बुद्धिजीवी सरकार के खिलाफ आवाज़ उठा रहा है उसको कुचला जा रहा है।

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कुल्लू में हुआ प्रदर्शन

वहीं, इस संदर्भ में कुल्लू में सैंकड़ों मजदूरों, किसान, छात्र, नौजवान और महिलाओं ने सरवरी से उपायुक्त कार्यालय तक एक रैली का आयोजन किया। केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों को लेकर सैंकड़ों लोगों ने सरकार के विरोध में नारे लगाए और सरकार की नाकामियों को उजागर किया। हिमाचल किसान सभा का कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने देश की जनता से महंगाई कम करने, काला धन लाने, दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने जैसे मुद्दों पर ठगा है। 4 साल बीत चुके हैं लेकिन कोई वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ।