संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ के समर्थन में आए जनवादी संगठन

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Patwari Workload Issue:  सीटू जिला सिरमौर कमेटी के महासचिव आशीष कुमार और जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष संतोष कपूर ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी एवं कानूनगो महासंघ के आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि पटवारियों की समस्याओं पर ध्यान दिया जाए और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए।

आशीष कुमार ने कहा कि पटवारियों की भूमिका प्रशासन और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है। उनके कार्य की जटिलता को समझना आवश्यक है, क्योंकि भूमि से जुड़ी सभी सरकारी प्रक्रियाओं की आधारशिला पटवार वृत होता है। उन्होंने जिला स्तर पर पटवारियों की सीनियोरिटी और ट्रेनिंग को राज्य स्तर पर लागू करने की चुनौती का भी उल्लेख किया।

उन्होंने सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि पटवारियों को जिला कैडर से हटाकर राज्य कैडर में शामिल करना सही नहीं है। इससे स्थानीय भूमि व्यवस्थाओं, पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही जानकारी और सामाजिक व्यवहार को समझने में कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि पटवारी केवल सरकारी कार्यों को संचालित करने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि ग्रामीणों के साथ उनका एक सामाजिक और प्रशासनिक रिश्ता भी होता है, जो स्थानीय प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होता है।

आशीष कुमार ने यह भी कहा कि पटवारियों पर अतिरिक्त विभागीय कार्यों का भार कम करना जरूरी है। वर्तमान में पटवारियों का कार्य सिर्फ जमाबंदी नकल तक सीमित नहीं है, बल्कि जाति प्रमाण पत्र, हिमाचली प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और किसान निधि सहित कई ऑनलाइन कार्य भी उन्हीं के माध्यम से पूरे होते हैं। इसके बावजूद उन्हें न पर्याप्त स्टाफ दिया जा रहा है, न ही कोई अतिरिक्त सुविधा।

उन्होंने कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार को पुराने कर्मचारियों को वापस बुलाने के बजाय वर्तमान में कार्यरत पटवारियों की मांगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और गतिरोध को समाप्त करना चाहिए।

सीटू जिला सिरमौर ने सरकार से अपील की है कि वह जल्द से जल्द पटवारियों की मांगों पर विचार करे और उनके कार्य को सरल बनाने के लिए उचित कदम उठाए। ताकि आम जनमानस को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में किसी प्रकार की परेशानी न हो।