-
खैर के पेड़ों की कटाई पर हिंदू संगठनों ने फॉरेस्ट विभाग का घेराव किया
-
प्रशासन ने जांच का दिया भरोसा, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
-
बांग्ला बस्ती हटाने और घुमंतू गुर्जरों पर कार्रवाई की मांग दोहराई
पांवटा साहिब के मानपुर देवड़ा क्षेत्र में खैर के पेड़ों की कथित अवैध कटाई को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। शनिवार को हिंदू संगठनों ने इस मामले में फॉरेस्ट विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने फॉरेस्ट विभाग कार्यालय का घेराव करते हुए नारेबाजी की और विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि तीन दिन पहले विभाग को ज्ञापन सौंपा गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे क्षेत्रवासियों में गुस्सा है। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया और विभागीय अधिकारी भी पहुंचे। बाद में दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई और माहौल शांत कराया गया।
मौके पर पहुंचे पांवटा साहिब के एसडीएम और डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हिंदू संगठनों ने इस दौरान दो मुख्य मांगें प्रशासन के समक्ष रखीं। पहली—डेंटल कॉलेज के समीप बीते वर्षों से बसी बांग्ला बस्ती को तुरंत हटाया जाए। दूसरी—पांवटा साहिब में सक्रिय घुमंतू गुर्जरों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
संगठन ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो वे उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। इसके साथ ही खैर के पेड़ों की अवैध कटाई की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी जोर-शोर से उठाई गई।



