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कार्यवाहक DGP अशोक तिवारी ने DGP डिस्क अवॉर्ड किए रद्द, बिना फेयरवेल रिटायर हुए अतुल वर्मा

  • पूर्व DGP अतुल वर्मा बिना फेयरवेल रिटायर, विमल नेगी केस में अनुशासनात्मक कार्रवाई के चलते छुट्टी पर भेजे गए थे

  • कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बने अशोक तिवारी, रिटायरमेंट से पहले वर्मा द्वारा घोषित DGP डिस्क अवॉर्ड किए रद्द

  • अभिषेक त्रिवेदी को जेल विभाग का अतिरिक्त कार्यभार, नए DGP के लिए श्याम भगत नेगी के नाम की सबसे ज्यादा चर्चा


Himachal Police: हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में शनिवार को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला, जब पूर्व पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा बिना किसी औपचारिक विदाई के सेवानिवृत्त हो गए। उनकी रिटायरमेंट से कुछ ही घंटे पहले राज्य सरकार ने IPS अधिकारी अशोक तिवारी को कार्यवाहक DGP नियुक्त किया। इसके तुरंत बाद तिवारी ने वर्मा द्वारा घोषित DGP डिस्क अवॉर्ड्स को रद्द कर दिया

विमल नेगी मौत मामले में हाईकोर्ट में पूर्व DGP अतुल वर्मा द्वारा दायर शपथ पत्र पर राज्य सरकार पहले ही नाराजगी जता चुकी थी। शपथ पत्र में शिमला पुलिस की जांच पर सवाल उठाए गए थे, जिसे सरकार ने अनुशासनहीनता माना। इसके चलते वर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया और अब वे बिना फेयरवेल औपचारिकता के रिटायर हो गए।

मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना द्वारा जारी ताजे आदेशों के अनुसार, अशोक तिवारी को अगली नियुक्ति तक DGP का चार्ज सौंपा गया है। इससे पहले उन्हें वर्मा की लीव अवधि के दौरान ही चार दिन के लिए अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था। वहीं, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अभिषेक त्रिवेदी को जेल विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

आज ही एक और वरिष्ठ अधिकारी एसआर ओझा भी सेवानिवृत्त हो गए, जो कि वर्मा से सीनियर IPS थे। सुक्खू सरकार ने पहले ही ओझा की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर वर्मा को डीजीपी बनाया था, जिससे यह प्रशासनिक फैसला पहले से ही विवादों में रहा।

अब सभी की नजरें नए स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति पर टिकी हैं। सरकार ने तीन वरिष्ठ आईपीएस – श्याम भगत नेगी, अशोक तिवारी और राकेश अग्रवाल – के नामों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को भेजा है। चर्चाओं में श्याम भगत नेगी का नाम सबसे ऊपर है, जो फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, लेकिन DGP बनाए जाने की सूरत में वे हिमाचल लौट सकते हैं।