CPIM नेता राकेश सिंघा ने केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों को असफल करार देते हुए कहा कि ये दोनों सरकारें जनता को मूलभूत सुविधा देने में नाकाम रही हैं। CPIM ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ 15 से 31 अगस्त तक संघर्ष का ऐलान किया है। सिंघा ने कहा कि हिमाचल में हाल ये है कि सरकार और पुलिस अपराधियों को संरक्षण देने में लगे हुए हैं। मासूम गुड़िया और होशियार सिंह जैसे ईमानदार कर्मचारी की हत्या कर दी जाती है और हत्यारों को पकड़ने की बजाय मामला दबाने की कोशिश की गई।
सिंघा ने नेताओं पर सोलन के बाबा अमरदेव को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उन्होंने सीएम वीरभद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल सहित हरियाणा के मुख्यमंत्री को लपेटे में लेते हुए कहा कि ये नेता बाबा के दरबार में क्यों हाजिरी भरते थे। उन्होंने हिमाचल सरकार से सवाल पूछा कि अमरदेव बाबा जब सोलन में आया था तो कंगाल था, आखिर कुछ ही सालों में अरबपति कैसे बन गया?
सिंघा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 3 साल बीत जाने के बाद भी किसान आत्महत्या कर रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ और महंगाई बढ़ रही हैं। मोदी सरकार नव उदारवादी नीतियों को तेजी से लागू कर रही है। गरीब और अधिक गरीब हो रहा है अमीर को अमीर बनाने में मदद की जा रही है। मोदी और वीरभद्र सिंह दोनों ही देश व प्रदेश की जनता की भ्रमित कर रहे हैं।