ऊना के हरोली में प्राइमरी स्कूल नंगल बट्ट में छात्राओं से शौचालय साफ करवाने का मामला सामने आया है। इसका एक वीडियो भी वायरल किया गया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि बच्चे टॉयलेट क्लीनर हारपिक के साथ टॉयलेट सीट को साफ कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब बच्चों के घरवालों को इसका पता चला तो उन्होंने स्कूल में जाकर इसका विरोध किया। यहां तक कि अभिभावकों और स्कूल स्टाफ के बीच बहसबाजी भी हुई, लेकिन कुछ लोगों के कहने पर मामला शांत हो गया। इस पर बकायदा हेड मास्टर ने दोबारा ऐसी ग़लती ने करने का आश्वासन भी दिया है।
अभिभावकों को कहना है कि हम अपने बच्चों को स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजते है ना कि शौचालय की सफाई के लिए। स्कूल में सफाई व्यवस्था को लेकर हुए विवाद को बढ़ता देख गांव की ही एक बुजुर्ग महिला चंद कौर ने सफाई का जिम्मा लिया है। चंद कौर ने कहा कि जब तक स्कूल में वाटर केरियर की पोस्ट भरी नहीं जाती, तब तक वह बिना किसी वेतन के स्कूल में सफाई करेंगी।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हंसराज गुलेरिया ने कहा कि मीडिया के माध्यम से उनके ध्यान में यह मामला आया है और मौके पर शिक्षा विभाग की ओर से प्रतिनिधि भेजा गया। अभिभावकों की मौजूदगी में मामले को सुलझा लिया गया है।