Follow Us:

चार दिन से खिली धूप ने बढ़ाया तापमान, अब इस दिन बारिश के आसार

हिमाचल में मानसून कमजोर, एक-दो दिन में विड्रा होने की संभावना
शिमला और कुल्लू में नॉर्मल से डबल बारिश, तबाही का मुख्य कारण
लाहौल-स्पीति में सामान्य से 20% कम बारिश, बाकी जिलों में ज्यादा वर्षा


हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इस बार रौद्र रूप दिखाते हुए भारी तबाही मचाई, लेकिन अब इसके कमजोर पड़ने और जल्द ही विड्रा होने की संभावना है। प्रदेश में पिछले चार दिनों से मौसम साफ बना हुआ है और धूप खिली है। इसका असर तापमान पर भी पड़ा है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। खासकर केलांग में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 8 डिग्री उछाल आया और यहां पारा 26.4 डिग्री तक पहुंच गया।

मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार को प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। हालांकि 24 और 25 सितंबर को कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन 26 सितंबर से फिर से मौसम साफ होने की उम्मीद है।

मानसून विड्रा की सामान्य तारीख प्रदेश में 25 सितंबर मानी जाती है और इस बार भी यह लगभग तय समय पर विदा होगा। 1 जून से 22 सितंबर तक प्रदेश में सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। इस अवधि में जहां सामान्य बारिश 711.4 मिलीमीटर होती है, वहीं इस बार 1023.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।

सबसे ज्यादा असर शिमला और कुल्लू जिलों में देखने को मिला, जहां सामान्य से डबल बारिश रिकॉर्ड हुई। शिमला में 103 प्रतिशत अधिक और कुल्लू में 102 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा बिलासपुर में सामान्य से 82 प्रतिशत अधिक, हमीरपुर में 62 प्रतिशत, मंडी में 77 प्रतिशत, सोलन में 72 प्रतिशत और ऊना में 69 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। चंबा, कांगड़ा, किन्नौर और सिरमौर में भी सामान्य से ज्यादा बादल बरसे।

दिलचस्प बात यह रही कि लाहौल-स्पीति एकमात्र ऐसा जिला रहा जहां सामान्य से 20 प्रतिशत कम वर्षा हुई। कुल मिलाकर मानसून ने हिमाचल में इस बार रिकॉर्ड तोड़ बारिश के साथ तबाही भी लाई, लेकिन अब धीरे-धीरे प्रदेश में मौसम सामान्य होने लगा है।