➤ भट्टाकुफर में सड़क धंसने की घटना के बाद फोरलेन निर्माण कार्य रोका गया
➤ उपायुक्त और एसपी ने मौके का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट बनाने के आदेश दिए
➤ स्थानीय लोगों के घरों में दरारें आने की शिकायत, सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी
शिमला जिले के भट्टाकुफर चौक पर सड़क धंसने की घटना के बाद जिला प्रशासन ने कैथलीघाट से शिमला तक चल रहे फोरलेन निर्माण कार्य को आगामी आदेशों तक रोकने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय शनिवार सुबह उपायुक्त अनुपम कश्यप और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय गांधी द्वारा स्थल निरीक्षण के बाद लिया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने घटनास्थल की स्थिति का बारीकी से मूल्यांकन किया।
घटना उस समय सामने आई जब एक एचआरटीसी बस बच्चों को लेकर भट्टाकुफर चौक से गुजर रही थी और अचानक उसका अगला टायर जमीन में धंस गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इससे पहले इस क्षेत्र में इस प्रकार की घटना नहीं हुई है, जिससे निर्माण कार्य और भूगर्भीय स्थिरता पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला गंभीर है और इसके पीछे टनल निर्माण कार्य की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि घटना स्थल के समीप टनल निर्माण का कार्य जारी था। उन्होंने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून एवं व्यवस्था और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को संयुक्त रूप से पूरी घटना की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन को बताया कि उनके घरों में दरारें आनी शुरू हो गई हैं। उपायुक्त ने स्वयं घरों का निरीक्षण किया और स्थिति की पुष्टि की। प्रशासन ने इस मामले को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेज दिया है और आपदा की संभावना जताई है।
उन्होंने कहा कि निर्माण कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अगले आदेश तक सभी निर्माण गतिविधियां पूरी तरह बंद रहेंगी, क्योंकि किसी भी सूरत में लोगों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। साथ ही, भारतीय सर्वेक्षण विभाग को भी विस्तृत जांच के लिए सूचित किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि स्थानीय लोगों की ओर से पहले भी निर्माण कार्य को लेकर शिकायतें प्रशासन तक पहुंची थीं। अब प्रशासन उन सभी शिकायतों को संकलित कर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजेगा ताकि व्यापक स्तर पर समाधान की दिशा में कदम उठाए जा सकें।



