➤ ताबो में पारा -7.3°C, कई स्थानों पर पानी जमने लगा
➤ प्रदेश के 15 शहर 5°C से नीचे, मैदानी इलाकों में भी शीतलहर
➤ ऊना, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर व बिलासपुर में कोहरे का यलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। पहाड़ी इलाकों में तापमान लगातार गिरने से सर्द हवाओं का प्रकोप बढ़ गया है। लाहौल–स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -7.3°C दर्ज किया गया, जो सीजन का सबसे कम माना जा रहा है। कुकुमसैरी में भी पारा -5.7°C तक पहुंच गया है, जबकि कल्पा और रिकांगपिओ में तापमान जमाव बिंदु के आसपास रहा। ऊपरी इलाकों में सर्दी इतनी बढ़ गई है कि पानी की टंकियों, पाइप लाइनों और सड़क किनारे बहते पानी में बर्फ जमना शुरू हो गया है। खेतों में पाला गिरने से किसानों की फसलें प्रभावित होने लगी हैं।
प्रदेश के 15 शहरों का तापमान अब 5°C से नीचे चला गया है। इससे न केवल पर्वतीय क्षेत्रों में, बल्कि मैदानी इलाकों में भी तेज सर्द हवाओं का असर देखा जा रहा है। सुबह–शाम और रात के समय ठंड इतनी ज्यादा है कि लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। आश्चर्यजनक रूप से इस बार मैदानी जिलों की रातें राजधानी शिमला से भी अधिक ठंडी पड़ी हैं। शिमला में न्यूनतम तापमान 6°C रिकॉर्ड हुआ, जबकि सुंदरनगर 2.9°C, भुंतर 1.8°C, सोलन 2.9°C, मनाली 1.7°C, पालमपुर 4°C, धर्मशाला 5.8°C, कांगड़ा 5.5°C, मंडी 5.2°C और हमीरपुर 5.1°C दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र ने ऊना, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर और बिलासपुर में घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार सुबह के समय विजिबिलिटी काफी कम हो सकती है, जिससे सड़क यातायात पर असर पड़ेगा। चालकों को धीमी रफ्तार से वाहन चलाने और फॉग लाइट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
फिलहाल प्रदेश में कोई बड़ा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है। इसलिए अगले सात दिनों तक बारिश या बर्फबारी की संभावना बेहद कम है। हालांकि शिमला और आसपास के कुछ इलाकों में हल्के बादल छाए रहने की स्थिति बनी हुई है, लेकिन मौसम शुष्क ही रहने की उम्मीद है। लगातार गिरते तापमान को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह–शाम विशेष सावधानी बरतने और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल बढ़ाने की सलाह दी है।



