➤ चुराह से BJP विधायक हंसराज के खिलाफ पॉक्सो मामले में पीड़िता का नया वीडियो, कई गंभीर आरोप
➤ पीड़िता ने सरकार, प्रशासन और दोनों प्रमुख दलों पर विधायक के साथ खड़े होने का आरोप लगाया
➤ मामले में पहले ही जमानत मिलने के बाद सबूत व गवाहों के साथ छेड़छाड़ का डर जताया
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में चुराह के BJP विधायक हंसराज के खिलाफ दर्ज पॉक्सो केस ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। मामले की पीड़िता ने दूसरी बार सोशल मीडिया पर लाइव आकर भावुक अपील की है और कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़िता ने कहा कि वह बेहद अकेली पड़ चुकी है, जबकि सरकार और विपक्ष दोनों ही पक्ष उससे न्याय दिलाने की बजाय विधायक के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर जारी 9 मिनट 52 सेकेंड के वीडियो में उसने भावनात्मक रूप से कई आरोप दोहराए और नए सवाल भी उठाए।
पीड़िता ने कहा कि चंबा कोर्ट से विधायक को जमानत मिलने के बाद उसे डर है कि गवाहों को डराया-धमकाया जाएगा और सबूतों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है। उसने आरोप लगाया कि विधायक ने कथित भ्रष्टाचार से अर्जित धन को महंगे वकीलों पर खर्च किया, जबकि उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वह मुकदमे की लड़ाई लड़ सके।
पीड़िता ने जनवादी महिला समिति का आभार जताया, जिसने हाल ही में शिमला में प्रदर्शन कर जमानत रद्द करने और निष्पक्ष जांच की मांग की थी। उसने बताया कि उसका साथ केवल कुछ चुनिंदा लोग ही दे रहे हैं, जिनमें पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा का नाम लिया गया।
इसी दौरान पीड़िता ने आरोप लगाया कि परविंद्र नामक एक महिला ने लाइव आकर उसे “characterless” कहा। पीड़िता ने कहा— “वह मेरी मां की उम्र की है, वह ऐसा कैसे कह सकती है?”
सिलसिलेवार पढ़ें—पूरा मामला कैसे बढ़ा
9 अगस्त 2024
पीड़िता ने विधायक पर अश्लील चैट, नग्न तस्वीरें मांगने और धमकाने के आरोप लगाए।
16 अगस्त 2024
महिला थाना चंबा में FIR दर्ज, इसके बाद चुराह कोर्ट में बयान हुए।
कुछ ही दिनों बाद
पीड़िता अचानक अपने आरोपों से पलट गई और सोशल मीडिया लाइव में कहा कि वह गलतफहमी और तनाव में थी। मामला शांत हो गया।
2 नवंबर 2025
पीड़िता ने फिर वीडियो जारी किया, जिसमें वह रोती हुई कहती है कि उसका परिवार खतरे में है और पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट है।
3 नवंबर 2025
विधायक ने वीडियो जारी कर सभी आरोप खारिज किए और कहा कि लड़की किसी के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने मानहानि केस करने की चेतावनी भी दी।
5 नवंबर 2025
पीड़िता के पिता पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक के लोगों ने बेटी को किडनैप कर बयान बदलवाया, घर जलाने की धमकी दी।
6 नवंबर 2025
पीड़िता के पिता ने तीसा थाना में नई FIR दर्ज कराई।
7 नवंबर 2025
पीड़िता की शिकायत के आधार पर विधायक पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ।
10, 11 और 22 नवंबर 2025
विधायक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत ली।
27 नवंबर 2025
उन्हें रेगुलर जमानत मिल गई।
2 दिसंबर 2025
जनवादी महिला समिति ने शिमला में प्रदर्शन किया। उसी रात पीड़िता ने नया वीडियो जारी कर दोबारा कांग्रेस और BJP पर विधायक को बचाने का आरोप लगाया।



