गुड़िया गैंगरेप और हत्या मामले में लॉकअप में बंद सूरज की हत्या के मामले में एक अहम खुलासा हुआ है। सूरज और राजू की पहरेदारी में तैनात पुलिस कॉन्सटेबल संतरी ने CBI के सामने बयान दिया है कि राजू को सूरज ने उसके सामने लॉकअप में नहीं मारा।
पुलिस कॉन्सटेबल का कहना है कि थाना प्रभारी सूरज को लॉकअप से बाहर ले गया था। उसके बाद राजू लॉकअप में अकेला ही था। संतरी ने कहा कि सूरज को वापस लाने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। सीबीआई के पुलिस के बयान पर हस्ताक्षर के सवाल पर संतरी ने कहा कि पहले से ही लिखे बयान पर उसके हस्ताक्षर करवाए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों से सीबीआई कड़ी पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सूरज के शव पर बेल्ट व डंडे के निशान पाए गए थे। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी चोट लगी थी। 18 जुलाई की रात को आरोपी सूरज की लॉकअप में हत्या हो गई। हत्या का इल्जाम गुड़िया मामले में पकड़े एक अन्य आरोपी राजू पर लगा दिया गया था।
संतरी दिनेश शर्मा को सीबीआई लॉकअप हत्याकांड मामले में सरकारी गवाह बना रही है। संतरी के परिजनों ने जान को खतरा बताते हुए कड़ी सुरक्षा की मांग की है। सुरक्षा देने की यह मांग पुलिस अधीक्षक शिमला के कार्यालय में भी की जा चुकी है।