वीरभद्र-सुखराम वॉर को न्यू जेनरेशन पूरे ताबड़तोड़ तरीके से काबिज रखे हुए हैं। दोनों ओर से लग़ातार आक्रमक बयानबाजी की जा रही है और एक के बाद एक तीखे जुबानी तीर छोड़े जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर पंडित सुखराम के पौते आश्रेय शर्मा ने वीरभद्र सिंह को ललकारा और उनके बयानों का पलटवार किया।
आश्रेय शर्मा ने कहा कि वीरभद्र एंड कंपनी ने अपनी घटिया मानसिकता का परिचय दे दिया है। आज भी उनका परिवार रजवाड़ा शाही में ही रहा है और वे आज भी आम आदमी को कीड़े मकौड़े और चूहों की तरह ही सोचते हैं। शर्मा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में उन्हें पता चल जाएगा कि कौन चूहा है और कौन शेर। मैं एक बार फिर कहता हूं कि 'कि वे मंडी से लोकसभा चुनाव लड़ें और जुमलेबाजी के बजाए कांग्रेस को चुनाव लड़कर ही दिखा दें।'
आश्रेय शर्मा ने कहा कि वीरभद्र सिंह की बदौलत आज हिमाचल में कांग्रेस की साख जमीन पर बिखरी पड़ी है। वीरभद्र सिंह और उनके बेटे ने ही पार्टी की ये स्थिति बना दी है कि अब तो लोकल पार्टियों को भी कांग्रेस से ज्यादा वोट मिल रहे हैं। ग़ौरतलब है कि आश्रेय शर्मा की ललकार के बाद वीऱभद्र गुट में खलबली मच गई थी। इसके बाद वीरभद्र सिंह ने सुखराम के पौते आश्रेय शर्मा को चूहा कहकर संबोधित किया था।