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युग हत्याकांड मामले में फैसला 21 अगस्त तक सुरक्षित

पी. चंद |

बहुचर्चित युग हत्याकांड मामले में दोषी तीनों आरोपियों की सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रखा अब 21 अगस्त को अगली सुनवाई में फैसला सुनाया जाएगा। मामले के तीनों आरोपियों को सैशन जज वीरेंद्र सिंह की अदालत चक्कर में पेश किया गया। कैमरा प्रोसिडींग में तीनों आरोपियों के ब्यान लिए गए।

वहीं, युग के पिता को भी कोर्ट में बुलाया गया। तीनों आरोपियों तेजेंद्र सिंह, चंद्र शर्मा और विक्रांत बक्शी ने अपनी स्टेटमेंट में परिवार के बारे में कहा। कोर्ट ने आरोपियों के वकील को 21 अगस्त को उनके  माता-पिता को कोर्ट में पेश होने आदेश दिये हैं।

पानी के टैंक में मिली थी युग की लाश

14 जून 2014 को लोअर बाजार से मासूम युग लापता हुआ था। शिमला पुलिस ने उसी साल एफआरआर भी दर्ज की थी, लेकिन पूरे दो साल तक युग अपहरण मामले का कोई सुराग नहीं लगा। जब शिमला पुलिस से युग के अपहरण करने वालों को तलाशने में नाकाम रही तो प्रदेश सरकार ने केस की जांच का जिम्मा स्टेट सीआई को सौंपा। मामला सीआईडी के पास आया तो उस वक्त के डीआईजी डा. विनोद कुमार धवन की अध्यक्षता में जांच टीम गठित हुई।

उसके बाद 20 अगस्त 2016 को इस प्रकरण में पहली गिरफ्तारी हुई। उसके बाद 25 अगस्त को सीआईडी ने दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर दी थी। उसी दौरान युग की हत्या कर उसके शव को भराड़ी स्थित पेयजल टैंक में डालने का पर्दाफाश हुआ। आरोपियों के खिलाफ सीआईडी ने 25 अक्तूबर 2016 को चालान कोर्ट में पेश किया था।