राजधानी शिमला में स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस एक बार फिर सक्रिय हो गया है। जिला मंडी के 52 साल के एक अधेड़ और शिमला में अनाडेल के 84 साल के बुजुर्ग में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
बता दें कि बीते 2 दिनों में राजधानी शिमला के अस्पतालों में स्क्रब टाइफस के 22 नए मामले सामने आए हैं। स्क्रब टाइफस के नए मामलों के साथ इस साल अब स्क्रब टाइफस के प्रभावितों का कुल आंकड़ा 70 के पार चला गया है।
स्क्रब टाइफस से पिछले वर्ष भी हो चुकी हैं 37 मौतें
ये दोनों जानलेवा बीमारियां हैं। इनसे मरीजों की पिछले वर्ष भी जानें गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष यानी 2016 में प्रदेश में स्क्रब टाइफस से 37 मौतें हुई हैं। इन दिनों रोजाना 3 से 4 मामले IGMC में आ रहे हैं। मामलों को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
वहीं, स्वाइन फ्लू से इस साल IGMC में एक चिकित्सक समेत कुल 2 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर सरकार के अलर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग अब इन दोनों बीमारियों से लड़ने को हरसंभव निपटने के लिए तैयार है। IGMC के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश के अनुसार स्वाइन फ्लू और स्क्रब टाइफस को लेकर अस्पताल में पूरी सावधानी बरती जा रही है।