एक तरफ चुनाव नजदीक हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस में गुटबाजी जोरों पर है। हमीरपुर में रविवार रात मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस नेताओं सीपीएस इंद्रदत्त लखनपाल और पूर्व विधायक मंजीत डोगरा के बीच हाथापाई की राजनीतिक गलियारों के साथ आम लोगों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है मंजीत डोगरा ने लखनपाल पर अपनी जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया। जबकि, लखनपाल ने इन आरोपों का खंडन किया है।
एक तरफ जहां विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहे हैं और दूसरी तरफ इस तरह अपनी ही पार्टी के नेता से इस तरह की कलह से कहीं न कहीं उनके लिए परेशानी की वजह बन सकता है। इस लड़ाई के बारे में जब इंद्रदत्त लखनपाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक ने जो आरोप लगाए हैं वे बेबुनियाद हैं। मैंने मंजीत डोगरा की किसी जमीन पर कोई कब्जा नहीं किया है। मंजीत डोगरा जानबूझ कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, हमीरपुर जिला अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने कहा इंद्रदत्त हमीरपुर से कांग्रेस का एक चेहरा हैं, जो अपने अच्छे स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। मंजीत डोगरा ने जो मुख्यमंत्री के सामने किया वह निंदनीय है और सीपीएस से बात करके मंजीत के खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
उधर, इस बारे में पूर्व विधायक मंजीत डोगरा ने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है, मैंने मुख्यमंत्री के सामने अपने हक की मांग की है, जो किसी भी तरह गलत नहीं है। गौरतलब है कि ऐसा इन दोनों नेताओं में पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी कई बैठकों में इनकी लड़ाई होती रही है। इसके पहले भी इन दोनों की लड़ाई का वीडियो खूब वायरल हुआ था।