हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने आज हमीरपुर में गांधी चौक पर रैली को संबोधित करते हुए बिजली बोर्ड के अधिकारियों और ब्यूरोक्रेसी को आड़े हाथों लिया। बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने आज बिजली संशोधन विधेयक 2018 के विरोध में विद्युत वृत कार्यालय हमीरपुर में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा की प्रस्तावित विधेयक को संसद के शीतकालीन सत्र में पारित करवाने की प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए।
कुलदीप सिंह ने कहा कि यही वह लोग हैं जिनकी वजह से आज बिजली बोर्ड का घाटा 4.3 लाख करोड़ तक पहुंच गया है। बिजली का जो समान बाजार में 10 रूपये का मिलता है। वह सामान बोर्ड के कर्मचारी अधिकारी मिलीभगत कर 4 से 10 गुना ज्यादा कीमत पर खरीदते हैं। यही भ्रष्टाचार बिजली बोर्ड के पतन का कारण भी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश बिजली बोर्ड में अलग-अलग श्रेणियों में सात हजार पद खाली चल रहे हैं। बजाय की सरकार उनकी भर्तियां करें अब उन्होंने इसको पूरी तरह से निजी हाथों में सौंपने का निर्णय कर लिया है। जिसका कर्मचारी यूनियन विरोध करती है। उत्तराखंड की तर्ज पर कर्मचारियों की संख्या को कम करने के लिए युक्तिकरण के नाम पर जो कमेटियां गठित की गई हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। क्योंकि यह युक्तिकरण तंत्र तर्कसंगत नहीं है।