हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल आज शाम को 2 दिन के हिमाचल दौरे पर आ रही हैं। माना जा रहा है कि उनके इस दौरे से पूरे प्रदेश में कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी कुछ हद तक शांत करने में भी सफलता मिल सकती है। प्रदेश कांग्रेस के भीतर जो राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है जिसमें वीरभद्र गुट और सुक्खू गुट बिल्कुल आमने-सामने खड़े नजर आ रहे हैं। ऐसे में रजनी पाटिल का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पाटिल के इस दौरे में एक तरफ जहां नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर शपथ लेंगे, वहीं हिमाचल प्रदेश में संभावित लोकसभा उम्मीदवारों के नामों पर भी मंथन हो सकता है। सूत्र बता रहे हैं कि हाईकमान ने भी 25 जनवरी तक संभावित नामों की एक सूची प्रदेश संगठन से मांगी है। इन दिनों प्रदेश के सभी बड़े नेता इस सूची पर काम करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में एक लंबी सूची तैयार होकर कांग्रेस पार्टी के पास जाने वाली है। माना जा रहा है कि इस सूची में हाईकमान की तरफ से सीधे आदेश दिए हैं कि सभी बड़े नेता जो चुनाव जीतने में सक्षम हैं वह भी लड़ने से गुरेज ना करें। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेताओं को भी हाईकमान चुनावी मैदान में उतार सकती है।
सूत्र बताते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार लोकसभा चुनावों को लेकर बहुत संजीदा हैं और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को किसी भी कीमत पर जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। यही कारण है कि चुनावों से ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस संगठन में बदलाव किए गए हैं। यह भी माना यह जा रहा है कि चारों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस के बड़े चेहरे भी चुनावी मैदान में दिखाई दे सकते हैं।