बीते लगभग डेढ़ साल से नौकरी की चाह में लटके कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक भर्ती के 216 पदों के परिणाम के बारे में सरकार की चुप्पी के खिलाफ सोमवार को बेरोजगार युवाओं ने बैंक मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। रोष प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांग की पूरा नहीं किया जाता है तब तक धरना जारी रहेगा। धरने के लिए पहुंचे करीब 20 युवाओं ने सोमवार को धर्मशाला स्थित केसीसी मुख्या कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरु किया। रोष प्रदर्शन के लिए पहुंचे बेरोजगार युवाओं ने कहा कि सरकार उनका का शोषण बंद करें।
उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में हुई इस भर्ती को प्रदेश की तत्कालीन सरकार को बहाल करना चाहिए ताकि पिछले डेढ़ साल से रोजगार की आश में बैठे अभ्यार्थियों को रोजगार मुहैया हो सके। इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने सरकार तथा बैंक प्रबंधन को यह चेतावनी दी कि वे जुलाई 2017 में हुई भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित करें अन्यथा युवक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। यदि परिणाम नहीं निकाला गया तो उनके परिवारिक सदस्य लोकसभा के चुनावों का बहिष्कार करेंगे।
इस रोष प्रदर्शन के लिए युवाओं ने बकायदा प्रदर्शन की अनुमति ले रखी है। युवाओं का कहना था कि वे मंगलवार से बैंक के मुख्य कार्यालय के पास अपना रोष प्रदर्शन जताने के लिए धरने पर बैठ जाएगे और जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती वे धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा के परिणाम के संबंध में ट्विटर और फेसबुक पर 50 हजार से अधिक प्रश्न मुख्यमंत्री से पूछ चुके हैं लेकिन, अभी तक कोई भी जबाव नहीं आया है। जिसके चलते भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है और सड़कों पर बैठने को मजबूर है। इस संबंध में जब केसीसी बैंक के चैयरमैन डा. राजीव भारद्वाज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रोष प्रदर्शन करना युवाओं का लोकतांत्रिक अधिकार है और इससे अधिक वे इस मामले पर कुछ और नहीं कह सकते।
अभ्यर्थी पहले भी दे चुके हैं धरना
ऐसा नहीं है कि बैंक के मुख्य कार्यालय के बाहर पहली बार इस तरह से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है इससे पहले भी अन्य अभ्यर्थियों ने भर्ती के परिणाम को घोषित करने के लिए धरना प्रदर्शन किया था। और अब इस धरने को लगातार जारी रखने के लिए सभी अभ्यर्थियों से संपर्क किया जा रहा है और उन्हें धरने के लिए बकायदा बुलाया भी जाएगा।