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जब हो दहशत में छात्र और खौफ में पढ़ाई, तो क्या करेंगे शिक्षा सुधार के ‘नारे’

मृत्युंजय पूरी |

चंबा जिला के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल नैनीखड़ के करीब ढाई सौ छात्र खौफ के साए में अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दरअसल, बरसात के मौसम में भारी बारिश की वजह से स्कूल के मैदान का एक भाग नाले के तेज बहाव में बह जाने की वजह से स्कूल के भवन को पूरी तरह से खतरा बन गया था।  इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक वहां पर किसी भी तरह की सुरक्षा दिवार  नहीं लगाई गई। जिसकी वजह से आज करीब ढाई सौ छात्र दहशत के साए में यहां पढ़ाई कर रहे हैं।

किसी भी तरह की सुरक्षा दीवार नहीं

अभिभावकों ने कई बार स्कूल प्रशासन औरसरकार से पंचायत प्रतिनिधियों से इस स्कूल में सुरक्षा दीवार लगाने के लिए उनके ध्यान में बात भी लाई थी लेकिन अभी तक यहां पर किसी भी तरह की सुरक्षा दीवार नहीं लगाई है जिसकी वजह से हमेशा यहां खतरा बना रहता है। समय रहते अगर यहां पर सुरक्षा दिवार नहीं लगाई गई तो यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

बरसात में बह गई थी स्कूल के मैदान की दीवार

यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे स्कूली छात्रों ने बताया कि बरसात के समय में उनके स्कूल के मैदान की  नीचे से दीवार बह जाने की वजह से यहां पूरी तरह से खतरा बना हुआ है।  उन्होंने बताया कि स्कूल के साथ हुए इस भूस्खलन की वजह से उनके स्कूल के भवन को भी खतरा बना हुआ है और वह खौफ के साए में यहां पढ़ाई कर रहे हैं। 

सुरक्षा दीवार बनाने की मांग

अभिभावकों ने बताया कि कई बार उन्होंने स्कूल प्रबंधन और शिक्षा विभाग से इसके बारे में बताया लेकिन अभी तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अगर यहां बारिश ज्यादा होगी तो स्कूल का भवन भी गिर सकता है जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि उनके लिए कहीं और नए भवन का निर्माण करवाया जाए या फिर यहां सुरक्षा दीवार बनाई जाए ताकि वह सुरक्षित यहां पर शिक्षा ग्रहण कर सकें।

खतरे में स्कूल का भवन

स्कूल के प्रिंसिपल ओ पी चौपड़ा ने जानकारी देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में यहां पर स्कूल के नीचे की सुरक्षा दीवार पानी के बहाव में बह जाने से यहां स्कूल को खतरा हो गया है।  उन्होंने कहा कि  उन्होंने उसी समय इसके बारे में प्रशासन व  विभाग को इसके बारे बता दिया था  साथ ही प्रशासन के आला अधिकारियों ने भी यहां स्कूल में आकर दौरा  किया था। जिसमें उन्होंने जल्द से यहां एस्टीमेट बनाने के लिए कहा था। लोक निर्माण के अधिकारी ने एस्टीमेट बना कर दे दिया दिया था और अब उन्हें  इंतजार के यहां स्कूल सुरक्षा दीवार का काम जल्द शुरू होगा और बच्चों को यहां सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी।