हिमाचल में विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही बीजेपी कांग्रेस को टैकल करने के लिए हर रोज कोई नया पैंतरा अपना रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को बीजेपी ने 'हिसाब मांगे हिमाचल' अभियान की शुरुआत की। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसकी लॉन्चिंग की और मुख्यमंत्री वीरभद्र पर जमकर हमला बोला।
पात्रा ने कहा कि इस्पात मंत्री रहते हुए ही यूपीए ने दो भ्रस्टाचार के आरोपों के चलते वीरभद्र को केन्द्रीय मंत्री पद से हटाया। फिर उसी व्यक्ति को जिसपर सीबीआई जांच चल रही है उसे हिमाचल का मुख्यमंत्री क्यों बनाया गया। मुख्यमंत्री हिसाब दें और बताएं कि ऐसे कौन से सेब के पेड़ है जिसपर करोड़ों का सेब लगता है। इसी भ्रस्टाचार के मामले में "आनंद चौहान जेल में है मुख्यमंत्री बेल पर है।" एलआईसी में करोड़ो का पैसा सेब का लगता है, ये तो लालू के जितना ही घोटाला है।
कोटखाई मामले में रक्षक बने भक्षक, हिसाब दें CM
सरकार पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि जनप्रतिनिधि जन सेवक है और उनसे हिसाब मांगना चाहिए। इसलिए प्रदेश की जनता को वीरभद्र सरकार से हिसाब मांगना चाहिए। कोटखाई मामले में जिन्हें रक्षक होना था वह भक्षक बन गए और सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसका सीधा मतलब रेप केस और सूरज की लॉकअप में हत्या मामले को छिपाना है। यहां तक की उनके फेसबुक पोस्ट पर यह आरोपियों को फोटोज़ डाले गए, तो क्या मुख्यमंत्री में इस साजिश में शामिल हैं जनता को हिसाब दें।
सोनिया और राहुल भी CM के जोड़ीदार
पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ही बेल पर नहीं है बल्कि सोनिया और राहुल भी बेल पर है। प्रियंका गांधी का घर यहां पर बन रहा है, जहां 118 के तहत बाहरी लोगों को जमीन तक नहीं मिलती है। फिर प्रियंका का घर तीन-तीन बार तोड़ कर क्यों बनाया जाता है। कपिल सिब्बल एवम चितम्बरम सीएम के केस लड़ रहे है। पैसा कहां से आ रहा है क्या तिलक राज जैसे लोग पैसा इक्कठा करने का काम कर रहे है?