मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कौल सिंह की भेंट को अस्वीकार कर दिया है। दरअसल, मामला यह है कि एक सम्मान समारोह में प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री को सम्मान देने के लिए लाल टोपी पहनाने की कोशिश की तो मुख्यमंत्री ने टोपी घुमाकर देखी और तुरंत साइड पर रखवा दी। टोपी पहनने के बजाय सामने रखने का सिर्फ एक ही कारण सामने आता है कि यह टोपी बीजेपी की पहचान दर्शाती है।
टोपी की बात करें तो इस लाल टोपी को ज्यादातर बीजेपी के नेता पहनते हैं। इस पहाड़ी ट्रेडिशन को नेताओं ने ही राजनीति रंग दिया है, जिसके चलते मुख्यमंत्री ने पहले टोपी को देखा और उसके बाद उसे साइड कर दिया।