मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे पर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने चुनौती भरे लहजे में कहा है कि 'शिंदे कोई ''फाइनल अथॉरिटी'' नहीं हैं।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बुधवार को शिमला में जेपी नड्डा के कार्यक्रम में काफी अग्रेसिव दिखाई दिए। पहले तो उन्होंने कौल सिंह ठाकुर के दिए लाल टोपी को पहनने से इनकार कर दिया। इसके बाद कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर चल दिए। बाहर जाते वक्त पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि हिमाचल प्रभारी सुशील शिंदे ने कहा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को नहीं बदला जाएगा। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने तुरंत कहा कि शिंदे कोई फाइनल अथॉरिटी नहीं है।
चुनाव नहीं लड़ने के सवाल को भी मुख्यमंत्री टाल गए। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि चुनाव नहीं लड़ना यह सवाल मिलियन डॉलर का है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के उनपर किए गए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम ने कहा कि किसी के आरोप लगाने से उनको कोई फर्क नही पड़ता। यही नही मुख्यमंत्री से ये सवाल किया गया कि हिमाचल के चुनावी प्रचार में बीजेपी के बड़े नेता आ रहे है कांग्रेस के नेता भी आएंगे? तो उन्होंने कहा कि कोई आये या न आए, वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं और कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे है और आगे भी करेंगे।