प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने बुधवार को गुजरात के अहमदाबाद में 1.08 लाख करोड़ रुपए के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन का शिलान्यास कर दिया। मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली यह देश की पहली बुलेट ट्रेन 508 किमी का फासला महज 3 घंटे में तय करेगी। इस मौके पर जापान के पीएम शिंजो आबे ने 'जय जापान-जय भारत' का नारा दिया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि बुलेट ट्रेन के आने से रफ्तार और रोजगार दोनों बढ़ेंगे।
जापान ने दिया लोन महज 0.1 प्रतिशत दर पर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गुजराती भाषा में की। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए ट्रांसपोर्ट सिस्टम सबसे अहम कड़ी होता है। अब नई पीढ़ी का विकास ऐसे माहौल में होगा, जहां हाई स्पीड कॉरिडोर हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई कहता है कि आप लोन ले लीजिए और 50 साल में चुकाइए तो ये सुनने में ही बहुत अविश्वसनीय लगता है, लेकिन जापान भारत का ऐसा दोस्त है, जिसने हमें 88 हजार करोड़ रुपए का लोन महज 0.1 प्रतिशत के दर से दिया है
मेक इन इंडिया' का सपना होगा साकार
उन्होंने कहा कि अगर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल गरीबों को मजबूत बनाने के लिए होता है, उनके विकास के लिए होता है तो हम गरीबी के खिलाफ जारी लड़ाई को जीत सकते हैं। अपने भाषण में नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी भले ही जापान से हमें मिल रही है, लेकिन बुलेट ट्रेन के लिए अधिकांश संसाधन भारत में ही जुटाए जाएंगे। बुलटे ट्रेन के जरिए 'मेक इन इंडिया' का सपना साकार होगा।
आजादी के 75वें वर्ष पर होगा ट्रेन का उद्घाटन
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के 75वें वर्ष पर, 2022-23 में, जब बुलेट ट्रेन बनकर तैयार हो जाएगी तो मैं और जापान के पीएम शिंजो आबे बुलेट ट्रेन का उद्घाटन करेंगे। इस हाई स्पीड रेलवे सिस्टम से ना सिर्फ दो जगहों के बीच दूरी कम होगी बल्कि 500 किलोमीटर दूर बसे दो शहरों के लोग भी और पास आएंगे।