दिल्ली के 3 क्रिकेटरों के साथ रणजी टीमों में सिलेक्शन करवाने के नाम पर 80 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ये मामला बीसीसीआी की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने के बाद सामने आया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दिल्ली के 3 क्रिकेटरों ने अलग-अलग राज्यों की रणजी टीम में खलने के लिए 80 लाख रुपये दिए लेकिन उन्हें नकली कागजात दे दिए गए।
बीसीसीआई की ऐंटी करप्शन यूनिट (ACU) के इंटिग्रिटी मैनेजर अंशुमन उपाध्याय ने दावा किया कि उन्हें कनिष्क गौड़, रोहिणी के किशन अत्री और गुड़गांव के शिवम शर्मा की ओर से शिकायत मिली है। इसके बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने बताया कि तीनों खिलाड़ियों ने नागालैंड, मणिपुर और झारखंड टीमों में चयन के लिए कथित तौर पर 80 लाख रुपये दिए। गौड़ ने पुलिस को बताया कि वह पिछले साल एक क्रिकेट कोच से मिला था, जिसने नागालैंड की टीम से गेस्ट प्लेयर के तौर पर खेलने का ऑफर दिया। एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि गौड़ को बाद में नागालैंड क्रिकेट टीम के आधिकारिक कोच और बोर्ड के कुछ अधिकारियों से मिलने के लिए बुलाया गया और 5 मैचों के लिए 15 लाख रुपये देने के लिए कहा।
गौड़ को अंडर-19 टीम से 2 मैचों में मौका देने के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया। पूछताछ में पता चला कि उनके चयन के लिए आए दस्तावेज फर्जी हैं। पुलिस ने बताया कि इस मामले में राज्य क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों समेत करीब 11 लोगों से पूछताछ की जा रही है।