बीजेपी नेता व उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि जब-जब भी केन्द्र में कांग्रेस सरकार आई तब-तब हिमाचल के साथ हमेशा सौतेला बर्ताव हुआ है। जिससे यह पहाड़ी प्रदेश विकास की दौड़ मे पिछड़ता चला गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा प्रदेश की वीरभद्र सिंह सरकार को दी गई हजारों करोड़ की मदद को बंदरबांट में लुटा दिया गया। प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद ही यहां विकास की लहर शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार द्वारा प्रदेश में विकास की गति से घबराये कांग्रेस नेता तब कहां थे जब पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश को दिया गया विशेष औद्योगिक राज्य का पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा प्रदेश के ही दो मंत्रियों वीरभद्र सिंह और आनंद शर्मा के रहते हुए केन्द्र की कांग्रेसनीत यूपीए सरकार ने प्रदेश से छीन लिया था ?
बीजेपी नेता ने कहा कि 13वें वित्तायोग के दौरान पूरे देश को 150 प्रतिशत वृद्धि मिली तो हिमाचल के कांग्रेसी नेताओं ने प्रदेश में भाजपा सरकार के प्रति दुराग्रहपूर्ण रवैया अपनाते हुए यह वृद्धि मात्र 50 प्रतिशत देकर प्रदेश के विकास को ग्रहण लगाने की कोशिश की थी। इसके विपरीत साल 2014 में मोदी सरकार ने प्रदेश के साथ हुए सारे भेदभाव को खत्म करके 14वें वित्तायोग में इस आर्थिक सहायता को 235 प्रतिशत कर दिया था। हिमाचल प्रदेश के साथ विशेष लगाव के चलते नरेन्द्र मोदी जी ने न केवल प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की बहाली की बल्कि केन्द्रीय करों में प्रदेश की हिस्सेदारी को बढ़ा कर 42 प्रतिशत कर दिया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार बने मात्र सवा साल ही हुआ है और इस वित्तीय वर्ष में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को 10,500 करोड़़ रुपये की अतिरिक्त केन्द्रीय आर्थिक सहायता मिली है। यह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रधानमंत्री व केन्द्रीय मंत्रियों के साथ अच्छे समबन्धों से सम्भव हो पाया है।