प्रदेश में जानलेवा बन चुके स्क्रब टाइफस से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुल्लू के आनि क्षेत्र के जयपाल (41) की स्क्रब टाइफस के कारण IGMC में मौत हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल के 11 जिलों में स्क्रब टाइफस के करीब 5800 संधिग्धों की जांच में 660 मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई है। वहीं, इस सीजन में स्क्रब टाइफस से अब तक कुल 19 मरीजों की मौत हो चुकी है।
अकेले IGMC में ही स्क्रब टाइफस से अब-तक कुल 14 लोग काल का ग्रास बन चुके हैं। IGMC प्रशासन स्क्रब टाइफस से हो रही मौतों के लिए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से समय से ही सही इलाज नहीं मिल पाना और मरीज के देरी से अस्पताल का रुख किए जाने को स्क्रब से हो रही मौतों का सबसे बड़ा कारण मान रहा है।
IGMC के डॉ रमेंश के अनुसार स्क्रब से पीड़ित मरीज 50 फीसदी से अधिक क्षतिग्रस्त ऑरगन्स के साथ अस्पताल पहुंचता है, मरीज का देरी से अस्पताल आना मौत का कारण बन रहा है।